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क्यों नहीं आएगी इस घर में दुल्हन?

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Aug 4, 2017

यूपी : स्वच्छ भारत मिशन के तहत बागपत जिले के ब्राहमणपुट्ठी गांव के लोगों ने खुले में शौच से बेटियों को मुक्ति दिलाने के लिए अनूठी पहल की शुरूआत की। ग्रामीणों ने पंचायत कर निर्णय लिया हैं कि जिस घर में शौचालय नहीं होगा, वे उस गांव में अपनी बेटी की शादी नहीं करेंगे। यही नहीं इसके लिए एक समिति का भी गठन किया गया, जिसमें गांव की महिलाओं को भी शामिल किया गया हैं। 

दरअसल बागपत के ब्राहमणपुट्ठी गांव को वर्ष 2008 में सफाई के मामले में राष्ट्रपति द्वारा अवार्ड दिया गया था। अब ब्राहमणपुट्ठी गांव के ग्रामीणों ने पंचायत आयोजित कर अहम निर्णय लिया हैं। गांव के प्राइमरी विद्यालय में ग्रामीणों की पंचायत आयोजित की गई थी। पंचायत में ग्रामीणों ने कहा कि गांव में तो अधिकतर ग्रामीण शौचालय का निर्माण करा चुके हैं। मगर देखने में आता हैं कि जिस गांव में बेटियों की शादी की गई हैं, वहां पर आज तक शौचालय नहीं बन सके हैं। घंटों तक चली पंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जिस भी गांव या फिर शहर के घर में बेटी की शादी की जाएगी, देखा जाएगा कि उनके घर के अंदर शौचालय हैं या नहीं।

यदि शौचालय नहीं हैं तो ऐसे घर और गांव में बेटी की शादी कतई नहीं की जाएगी। इसके लिए एक कमेटी का भी गठन किया गया हैं। कमेटी में शामिल लोग जिस घर में बेटी की शादी होनी हैं, उसमें शौचालयों के होने व न होने की जांच करेंगे। इसके अलावा कमेटी के सदस्य गांव-गांव में जाकर भी लोगों को अपनी बेटी की शादी ऐसे घर में नहीं करने की सलाह देंगे। शौचालयों को लेकर ब्राहमणपुट्ठी गांव में हुई पंचायत में गांव की महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर भागीदारी की। महिलाओं ने कहा कि वे भी गांव-गांव जाकर महिलाओं को शौचालय बनवाने व बेटी की शादी शौचालय बने मकान में करने को जागरूक करेगी।