Jan 7, 2018
केंद्रीय सडक़ परिवहन, राजमार्ग एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने आसियान-भारत प्रवासी भारतीय दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष भारतीय बंदरगाहों का लाभ 7000 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है जो तीन साल पहले के लाभ से दो गुना से भी ज्यादा होगा।
गडकरी ने कहा कि भारत में निवेश पर लाभ की संभावनाएं काफी ऊंची हैं और निवेश के लिए तमाम प्रकार की परियोजनाएं उलब्ध हैं। हमारे सभी बंदरगाह लाभ में हैं और इस तरह हम इस वर्ष उनका लाभ 7000 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार का लाभ तीन साल पहले के 3000 करोड़ रुपए के लाभ के दो गुना से भी ज्यादा है।
उन्होंने कहा कि भारत में छह नए बंदरगाहों के निर्माण की योजना बनाई जा रही है। इस सम्मेलन में मुख्य रूप से भारत में कारोबार व निवेश के अवसरों पर चर्चा की जा रही है। परिचर्चा के लिए नौ सत्र आयोजित किए गए हैं।
गडकरी ने उद्घाटन सत्र में दक्षिण पूर्व एशियायी देशों के संघ (आसियान) के निवेशकों को भारत में ढांचागत क्षेत्र की परियोजनाओं में निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में हर रोज औसतन 28 किलोमीटर नई सडक़ें बनाई जा रही हैं। इसे दैनिक 40 किलामीटर तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
उन्होंने यह भी बताया कि म्यांमा, बांग्लादेश, भूटान और नेपाल के साथ भारत को सडक़ मार्ग से जोडऩे वाली परियोजनाओं का 60 से 70 प्रतिशत तक हिस्सा पूरा हो चुका है। मुंबई विशेष आर्थिक क्षेत्र परियोजना में 40 कंपनियां आ रही हैं। इनमें एक ताइवानी कंपनी ने 6000 करोड़ रुपए की पेशकश की है।
उन्होंने प्रवासी भारतीयों से स्वच्छ गंगा परियोना में हाथ बंटाने और उसके लिए चंदा देने की भी अपील की। गडकरी ने बताया कि लंदन में रह रहे भारतीय मूल के लोगों ने गंगा स्वच्छता की 155 परियोजनाओं में 3000 करोड़ रुपए लगाने का वचन दिया है।