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भाजपा-कांग्रेस पोस्टर वार

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Dec 31, 2017

झीरम घाटी कांड को लेकर भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे के आमने सामने आ गए हैं। दोनों ही दल सोशल मीडिया में एक दूसरे पर झीरम को लेकर उंगली उठा रहे हैं और सवालों के तीर छोड़ रहे हैं। शनिवार को भाजपा द्वारा जारी किए गए पोस्टर के जवाब में कांग्रेस ने भी पोस्टर जारी कर दिया है। कांग्रेस ने जो पोस्टर जारी किया है वह कांग्रेस के सवाल? के नाम से जारी किया है। इसमें कांग्रेस के निशाने पर राज्य के मुखिया डॉ रमन सिंह हैं। कांग्रेस के सवाल? जब मुख्यमंत्री कहते हैं कि झीरम मामले में कवासी लखमा मुंह खोलेगा तो हाहाकार मच जाएगा। तो क्या मुख्यमंत्री सच जानते हैं? अगर जानते हैं तो फिर किसे बचाने के लिए चुप हैं? क्या झीरम घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में सीबीआई या फिर किसी स्वतंत्र जांच एजेंसी से न कराना गुनाह नहीं है? प्रदेश के मुखिया सार्वजनिक स्थानों पर घड़ियाली आंसू बहाते हैं लेकिन शहीदों को न्याय मिल जाए ऐसा कोई भी कदम उठाने से पीछे हट जाते हैं। क्या यह षड़यंत्र नहीं है? विधानसभा के अंदर जब देवती कर्मा और उमेश पटेल अपने परिजनों के लिए न्याय की गुहार इस सरकार से करते हैं तो सरकार कान में तेल डालकर क्यों चुप बैठी है? मुख्यमंत्री कहते हैं कि झीरम घटना में चूक हुई है यानि जिसने चूक की है वही षड़यंत्रकारी भी है, मुख्यमंत्री उसका नाम बताएं? कांग्रेस का आरोप, भाजपा के सवाल? नाम से जारी किए गए पोस्टर में ये सवाल उठाए गए हैं- क्या झीरम घटना के सबूत छिपाना गुनाह नहीं है? क्या भूपेश बघेल सबूत छिपाकर अपने कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, स्व. महेन्द्र कर्मा, स्व. विद्याचरण शुक्ल के परिवारों को इंसाफ नहीं दिलाना चाहते? क्या विधानसभा में युवक कांग्रेस अध्यक्ष व विधायक उमेश पटेल और देवती कर्मा के इंसाफ के लिए पीड़ा के बोल नहीं सुनाई दिए? क्या भूपेश बघेल किसी कांग्रेसी को बचाने के लिए चुप हैं? क्या कांग्रेस पार्टी ही षड़यंत्रकारी है?