Aug 26, 2022
GhulamNabiAzad : वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (GHULAM NABI AZAD) ने कांग्रेस (CONGRESS) की प्राथमिक सदस्यता और सारे पदों से इस्तीफा (RESIGNATION) दे दिया है, आजाद ने इंडियन नेशनल कांग्रेस (INC) की वर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी को 5 पेजों का इस्तीफा भेजकर कांग्रेस छोड़ने का ऐलान किया है....
सोनिया को भेजे हुए इस्तीफे में आजाद ने लिखा है कि - ''बड़े खेद और बेहद भावुक हृदय के साथ मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अपना आधा शताब्दी पुराना नाता तोड़ने का फैसला किया है,''..... साथ ही उन्होंने अपने इस्तीफे में कांग्रेस पर रिमोट से चलने वाली पार्टी होने का आरोप लगाते हुए यह भी लिखा है कि - '' 2014 में आपके (SONIA GANDHI) और उसके बाद राहुल गांधी (RAHUL GANDHI) के नेतृत्व संभालने के बाद, कांग्रेस अपमानजनक ढंग से दो लोकसभा चुनाव हार चुकी है, 2014 से 2022 के बीच 49 विधानसभा के चुनावों में से कांग्रेस 39 में हारी है. पार्टी केवल चार राज्यों के चुनाव जीत पाई और छह में वह गठबंधन की स्थिति बना पाई, लेकिन, आज कांग्रेस केवल दो राज्यों में सरकार चला रही है और बाकी दो अन्य राज्यों में भी यह बहुत सीमांत गठबंधन सहयोगियों में है."
कुछ दिन पहले उन्होंने पार्टी द्वारा नामित किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर अभियान समिति के प्रमुख का पद भी छोड़ दिया था।
बताया जा रहा है कि उच्च सदन में विपक्ष के नेता के रूप में सेवानिवृत्त होने के बाद राज्यसभा सदस्यता के लिए नजरअंदाज किए जाने के बाद से आजाद नाखुश थे। वह पार्टी जी-23 समूह के प्रमुख नेताओं में से एक थे, जिन्होंने पार्टी में व्यापक सुधारों की मांग की थी।
अध्यक्ष का चुनाव टलने के बाद लिया फैसला -
गुलाम नबी आजाद ने पार्टी से इस्तीफा ऐसे वक्त पर दिया, जब कांग्रेस ने हाल ही में कुछ समय के लिए अध्यक्ष पद के लिए चुनाव टाल दिया था. आजाद से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया, कपिल सिब्बल, सुनील जाखड़, कैप्टन अमरिंदर सिंह, जयवीर शेरगिल, जितिन प्रसाद जैसे कई नेता पार्टी छोड़ चुके हैं.
राजनैतिक करियर
7 मार्च 1949 को जम्मू कश्मीर के डोडा में जन्में गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर यूनिवर्सिटी से M.Sc किया जिसके बाद वे कांग्रेस से जुड़ गए थे.... 1975 में जम्मू कश्मीर यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बने औऱ 1980 में उन्होंने यूथ कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद भी संभाला. 1980 में पहली बार महाराष्ट्र के वाशिम से लोकसभा चुनाव जीते थे बाद में उन्हें 1982 में केंद्रीय मंत्री बनाया गया और.... 1984 में भी इसी सीट से जीते आजाद 1990-1996 तक महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद भी रहे.. नरसिम्हा राव की सरकार में मंत्री रहने के बाद वे 1996 से 2006 तक जम्मू कश्मीर से राज्यसभा पहुंचे...
आजाद को 2005 में जम्मू कश्मीर का सीएम बनाया गया, हालांकि 2008 में पीडीपी ने कांग्रेस से समर्थन वापस ले लिया था जिसके बाद आजाद की सरकार गिर गई थी....
2014 में मनमोहन सिंह की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे आजाद को राज्यसभा में विपक्ष का नेता बनाया गया था..... 2015 में आजाद को जम्मू कश्मीर से राज्यसभा भेजा गया था.... फिर बीजेपी की सरकार सत्ता में आने के बाद आजाद लगातार कश्मीर पर अपने बयानों के चलते चर्चों में बने रहते थे।
अब देखना यह है कि आजाद कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद किस तरफ अपने राजनैतिक करियर को दिशा देंगे?








