Apr 28, 2020
नई दिल्ली: दुनियाभर में धार्मिक स्वतंत्रता पर नज़र रखने वाली अमरीकी संस्था ने USCIRF ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी कर दी है। मंगलवार को जारी की गई इस रिपोर्ट में भारत समेत 14 देशों को ‘विशेष चिंता वाले देश’ (सीपीसी) में रखा गया है। अब USCIRF की लिस्ट में इन नौ देशों के साथ भारत, नाइजीरिया रूस, सीरिया और वियतनाम का नाम भी जोड़ा गया है। वहीं भारत ने USCIRF की इस रिपोर्ट के दावों को खारिज कर दिया है। भारत ने दो टूक कहा है कि ‘यह संगठन विशेष की सोच है, जिसकी भारत को बिल्कुल परवाह नहीं है। USCIRF की इस रिपोर्ट को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने इसे पक्षपाती और विवादास्पद करार दिया। भारत का कहना है कि USCIRF द्वारा भारत के खिलाफ ऐसी बातें करना उसका पुराना शौक है।
संस्था की हरकत दिखाती है कि वह कितना नीचे गिर गया है
अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि पहले भी USCIRF ने भारत के खिलाफ ऐसी बातें की हैं। लेकिन जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रही है तो संस्था की यह हरकत यह दर्शाती है कि वह और नीचे गिर गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे समंय में गलत टिप्पणी करने की इसकी आदत नए स्तर पर पहुंच गई। इस कोशिश में संस्था अपने कमिश्नरों को ही नहीं साध पाया है। श्रीवास्तव ने कहा कि हम इस संगठन को विशेष धारणा से ग्रस्त मानते हैं और आगे भी यही मानते रहेंगे। बता दें कि अमेरिका की इस संस्था की लिस्ट में ऐसे देश शामिल हैं, जहां पर धार्मिक अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। इस लिस्ट में भारत समेत 14 देशों को शामिल किया गया है। सालाना रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2019 में भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति में तेजी से गिरावट आई।