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37 वे साल में प्रवेश करने के साथ नाबार्ड ने मनाया अपना स्थापना दिवस

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Jul 13, 2018

37 वे साल में प्रवेश करने के साथ ही आज नाबार्ड अपना स्थापना दिवस मना रहा है इस मौके पर राजधानी के एक निजी होटल में नाबार्ड द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम में कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, कृषि विश्वविद्यालय के वौइस् चांसलर एसके पाटिल और नाबार्ड के मुख्य महाप्रबन्धक एनपी पात्रा सहित स्वयं सहायता समूह के सदस्य भी मौजूद रहे।

आयोजन में वर्ष के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने के लिए स्वयं सहायता समूहों बैंकरों और साझेदार गैर सरकारी संगठनों को राज्य स्तरीय एसएचजी अवार्ड से नवाजा गया और साथ ही स्वयं सहायता समूह बैंक लिंकेज कार्यक्रम छत्तीसगढ़ और ईशक्ति स्वयं सहायता समूहो का डिजिटाइजेशन पुस्तिकाओं का विमोचन किया गया इसके अलावा कृषक उत्पादक संगठनों के संवर्धन, वॉटरशेड, जनजाति विकास, शहद उत्पादन, जैविक खेती आदि क्षेत्रो में उत्कृष्ट योगदान के लिए नाबार्ड की साझेदार संस्थाएं, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय और उद्यमियों को सम्मानित किया गया।

वही स्थापना दिवस के मौके पर कृषि विश्वविद्यालय के वॉइस चांसलर एसके पाटिल ने नाबार्ड को शुभकामना देते हुए कहा कि रूरल डेवलपमेंट में किस तरह काम हो सकता है वो उदाहरण के रूप में नाबार्ड ने दिखाया है जहाँ क्रेडिट किस तरह से मिल पाए और क्रेडिट देने के बाद उससे काम क्या हो ये भी बताना जरूरी है ये दोनों चीजे नाबार्ड ने करके दिखाई है ग्रामीण क्षेत्र में जो विकास दिखता है चाहे कोई भी योजना हो उसने ईंधन नाबार्ड की ओर से जाता है।

नाबार्ड ने ग्रामीण क्षेत्र के विकास के बड़ी भूमिका निभाई है इसके साथ ही नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एनपी महापात्रा ने कहा कि इस 37 साल में नाबार्ड के साथ 87 लाख स्वयं सहायता समूह जुड़े हुए है और छत्तीसगढ़ की बात करे तो 2 लाख स्वयं सहायता समूह जुड़े हुए है वर्तमान समय मे मुद्दा है कृषक उत्पादन संघ हमे पूरे छत्तीसगढ़ में कृषक उत्पादन संघ हम कर रहे है मशरूम, जिमीकंद और तेंदूपत्ता इन क्षेत्र में हम कृषक उत्पादन संघ करने की कोशिश कर रहे है और उनका साथ देकर नाबार्ड आगे बढ़ रहा है और उनका कैसा अच्छा मार्केटिंग हो उस पर भी नाबार्ड ध्यान दे रही है।