Jul 26, 2024
महाराष्ट्र में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे हालात के बीच राज्य की चुनावी राजनीति में महायुति और महाअघाड़ी के बीच सियासी घमासान देखने को मिलेगा. जिसमें महायुति में बीजेपी आगे चल रही है, जबकि महाअघाड़ी में शिवसेना (उध्दव गुट) , एनसीपी (शरद पवार गुट) और कांग्रेस प्रमुख पार्टियां हैं. इस बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) पार्टी के राज ठाकरे ने चौंकाने वाला ऐलान करते हुए कहा, 'पार्टी नेताओं के साथ बैठक के बाद उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 अकेले लड़ने का फैसला किया है. वहीं, मनसे ने आगामी विधानसभा चुनाव में कुल 288 विधानसभा सीटों में से 225 से 250 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी दिखाई है.
गठबंधन पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं किया जा सकता
एमएनएस पार्टी के ठाकरे ने पार्टी नेताओं के साथ अहम बैठक की. जिसमें आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर विशेष विचार विमर्श के बाद निर्णय लिया गया. ठाकरे ने कहा, 'पार्टी बैठक में गठबंधन पर भरोसा कर सके ऐसे कोई योजना नहीं बन पाई . इसके साथ ही ठाकरे ने पहली बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 अकेले लड़ने का फैसला किया है.
एमएनएस पार्टी 225 से 250 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी
राज ठाकरे के इस फैसले के बाद महाराष्ट्र की ज्यादातर पार्टियां मुश्किल में हैं. अगर ऐसा होता है तो दूसरी पार्टियों को वोट खिसकने की चिंता सताती रहेगी. जानकारी के मुताबिक एमएनएस पार्टी ने 225 से 250 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी दिखाई है. एमएनएस पार्टी की महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में अच्छी पकड़ है.
लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी का समर्थन किया था
राज ठाकरे ने पिछले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया था. लोकसभा चुनाव से लेकर अब तक ठाकरे का मूड बदला हुआ नज़र आया है. लेकिन, ठाकरे की पार्टी के उम्मीदवार उतारने से महाराष्ट्र की कुछ विधानसभा सीटों पर राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं. ऐसे में चर्चा इस बात की है भी है की तीन महीने के अंदर ही राज ठाकरे ने अपना फैसला क्यों बदल लिया है. क्या वो एकनाथ शिंदे की सरकार से नाराज़ है?