Jun 21, 2020
लद्दाख में भारत और चीन के बीच गतिरोध कम नहीं हो रहा है। देश की तीनों सेनाएं इस समय हाई अलर्ट पर हैं। केंद्र सरकार ने युद्ध की तैयारियों के मद्देनज़र तीनों सेनाओं के लिए 500 करोड़ का आपातकालीन फंड जारी किया है। सेना इस आपातकालीन फंड से कोई भी हथियार आवश्यकता पड़ने पर खरीद लेगी। सीमा पर तनाव के बीच नरेंद्र मोदी सरकार ने आपातकालीन स्थिति में निपटने के लिए सेना के लिए फंड जारी किया है। सेना को मिली यह बड़ी आर्थिक सहायता है।
LAC पर मंडराया खतरा
चीन के साथ सीमा पर किसी भी तरह की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर भी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर मंडरा चुके हैं। ऐसे में तीनों सेनाएं हाई अलर्ट पर हैं। इस ऑपरेशन के तहत सुरक्षाबल, डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स की रजामंदी के साथ जरूरी समझने पर किसी भी प्रकार के हथियार खरीद सकेंगे। सेनाएं जिन हथियारों की कमी से जूझ रही हैं उन्हें भी खरीदने की अनुमति मिल सकेगी।
हथियारों और उपकरणों की फेहरिस्त तैयार
तीनों सेनाएं पहले ही हथियारों और उपकरणों की एक फेहरिस्त तैयार कर चुकी हैं। यदि आवश्यकता पड़ी तो उन्हें जल्द ही खरीद लिया जाएगा। उरी हमले के बाद बीते चार वर्षों में रक्षा बलों ने कई पुर्जों और मिसाइलों का स्टॉक किया था, जो उस समय भारत के पास बेहद कम थे।