Aug 20, 2022
UP के लखनऊ, सीतापुर, बहराइच समेत कई जिलों में शुक्रवार रात करीब 1:12 बजे भूकंप आया। इस भूकंप का मैग्नीट्यूड नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (भूकंप विज्ञान) ने रिक्टर स्केल पर 5.2 दर्ज किया है। भूकंप का केंद्र लखनऊ से 139 किलोमीटर दूर, जमीन से 82 किलोमीटर की गहराई में बताया जा रहा है। अभी तक किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं आई है, हालांकि भूकंप आने से लोग घबरा गए और देर रात तक जागते रहे।
अब भू वैज्ञानिकों ने ये दावा किया है कि UP के 61 जिले भूकंप के हाई रिस्क पर हैं। मामले में भू वैज्ञानिकों ने कहा है कि भूकंप का खतरा हर जगह अलग अलग होता है। इस खतरे के हिसाब से प्रदेश को चार जोन में बांटा गया है। इन्हें जोन-2, जोन-3, जोन-4, जोन-5 नाम दिए गए हैं। इनमें सबसे कम खतरे वाला हिस्सा जोन-2 है, वहीं सबसे ज्यादा खतरे वाला जोन-4 है।
जोन-4: जोन- 4 : सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बागपत, बिजनौर, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, रामपुर, मुरादाबाद, बुलंदशहर, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, पीलीभीत, सहारनपुर, लखीमपुर खीरी, बदायूं, बहराइच, गोंडा, मथुरा, अलीगढ़, बरेली, बस्ती, संतकबीरनगर, देवरिया और बलिया जिला भूकंप के हाई रिस्क में रहते हैं। यानी यहां सबसे ज्यादा खतरा है।
जोन-3: सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, वाराणसी, जौनपुर, आजमगढ़, गोरखपुर, सुल्तानपुर, रायबरेली, अयोध्या, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, सीतापुर, हरदोई, कन्नौज, मैनपुरी, फिरोजाबाद, एटा, फर्रुखाबाद, मिर्जापुर। यह जोन-3 में हैं।
जोन-2: ललितपुर, झांसी, महोबा, बांदा, कौशांबी, प्रयागराज के अलावा आगरा, इटावा, औरैया, कानपुर नगर, फतेहपुर, प्रतापगढ़ भूकंप के जोन-2 में है।
जनवरी में भी आया था भूकंप
गौरतलब है कि इससे पहले यूपी में जनवरी में भी भूकंप आया था। ये झटके 6 जनवरी को रात 11:59 पर अयोध्या, लखनऊ, गोरखपुर समेत यूपी के कई शहरों महसूस किए गए थे। इस भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई थी। इस भूकंप का केंद्र यूपी से 400 किलोमीटर दूर नेपाल के बागलंग में था। इसकी गहराई 15 किलोमीटर अंदर थी।








