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तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मछली का तेल , जानवरों की चर्बी का इस्तमाल हुआ , लैब की इस रिपोर्ट से हंगामा होना तय है !

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Sep 20, 2024

आंध्र प्रदेश का प्रसिध्द तिरुमाला मंदिर. यहां पर भक्तजन देशभर से दर्शन करने के लिए अपने मन में अपार श्रद्धा लिए आते है. लेकिन जो खबर पिछले कुछ दिनों से तिरुमाला मंदिर को लेकर सामने आई है ,अब उसे लेकर बहुत ज्यादा चर्चा होने लगी है. आंध प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) ने जो प्रदेश की पूर्व सरकार पर आरोप लगाया है अब उसने एक बड़ा बवाल खड़ा कर दिया है. 

 जगन सरकार पर लगाया ये बड़ा आरोप

मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया है की 2019 से लेकर 2024 के बीच जब प्रदेश में जगन मोहन सरकार ( Jagan Mohan Government) थी तब तिरुपति मंदिर (Tirupati Venkateswara Temple) में जो लड्डू का प्रसाद होता है उसे तैयार करने के लिए घी की जगह जानवरों की चर्बी का इस्तमाल किया गया था. इस आरोप में यह भी कहा गया है की जिस घी का इस्तमाल प्रसाद बनाने के लिए होता है उसमे मछली का तेल और सूअर की चर्बी के भी अंश मौजूद थे.

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यह दावा गुजरात की राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की लैब रिपोर्ट के आधार पर किया है.

तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर (Tirupati Venkateswara Temple) में प्रसाद के रुप में लड्डू चढ़ाया जाता है. इसके बाद भक्त भी ये प्रसाद अपने साथ ले जाते है. पूरे संचालन की जिम्मेदारी तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम की रहती है. जानकारी की माने तो यहां हर रोज़ कुछ 3 लाख लड्डू बनाए जाते है.

YSCRP का क्या कहना है

पूरे मामले को लेकर अब जगन मोहन की पार्टी YSRCP (Yuvajana Shramika Rythu Congress Party) का भी बयान सामने आया है. पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद सुब्बा रेड्डी का कहना है की चंद्रबाबू नायडू ने तिरुमाला की पवित्रता और करोड़ो हिंदुओं की आस्था के को नुकसान पहुंचाया है. ऐसा कर उन्होने बड़ा पाप कर दिया है. YSRCP का कहना है की इससे यह साबित हो गया है की चंद्रबाबू राजनीति करने के लिए कुछ भी कर सकते है.         

कांग्रेस का क्या कहना है ? 

इस मामले को लेकर आंध्र प्रदेश की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वाईएस शर्मिला (YS Sharmila) का कहना है की चंद्रबाबू नायडू को एक हाई-लेवल कमेटी बनाकर CBI को पूरे मामले की जांच सौपना चाहिए.

Report By:
Devashish Upadhyay.