Aug 21, 2024
बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने पीएम के 74वें जन्मदिन से पहले कहा की अगर मोदी 75 साल की उम्र में रिटायर नहीं होते है तो बाकी तरिकों से वो अपनी कुर्सी खो देंगे. भारतीय जनता पार्टी के भीतर एक अलिखित नियम है कि कोई भी नेता जो 75 वर्ष का हो जाता है, उसे अगली पीढ़ी के लिए रास्ता बनाने के लिए रिटायर होना पड़ता है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 17 सितंबर को 74वें जन्मदिन से पहले उनके खिलाफ जमकर हमला बोला. स्वामी ने कहा, "अगर मोदी आरएसएस प्रचारक के संस्कार के प्रति प्रतिबद्ध हैं और 17 सितंबर को अपने 75वें जन्मदिन के बाद मार्ग दर्शन मंडल से सेवानिवृत्त होने की घोषणा नहीं करते हैं, तो वे किसी और तरीके से प्रधानमंत्री की कुर्सी खो देंगे."
मोदी के आलोचक के रूप में जाने जाने वाले स्वामी ने पिछले सप्ताह जीडीपी के आंकड़ों को लेकर केंद्र की आलोचना की थी. "मोदी सरकार का जीडीपी वृद्धि का दावा जनता के साथ धोखा है. नीचे दिए गए आंकड़े बताते हैं कि 2014 से औसत जीडीपी वृद्धि दर मुश्किल से 5% प्रति वर्ष है और 2016 से यह 3.7% प्रति वर्ष है." 80 वर्षीय स्वामी मोदी सरकार और उसकी नीतियों की आलोचना करने में कोई कसर नहीं छोड़ते. आजकल वे लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर निशाना साध रहे हैं. स्वामी ने दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर केंद्रीय गृह मंत्रालय को राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता रद्द करने की मांग करने वाले उनके प्रतिनिधित्व पर निर्णय लेने के निर्देश देने की मांग की है. न्यायालय ने मंगलवार को कहा कि स्वामी की याचिका को जनहित याचिका (पीआईएल) के रूप में माना जाएगा. मंगलवार को एक्स पोस्ट में स्वामी ने कहा, "आज, राहुल गांधी की ब्रिटिश नागरिकता और इसलिए, उन्हें अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ने की आवश्यकता के बारे में मेरे मामले पर लंबी सुनवाई के बाद, दिल्ली उच्च न्यायालय की एकल न्यायाधीश पीठ ने मामले को 26 सितंबर को अंतिम सुनवाई के लिए मुख्य न्यायाधीश की डबल बेंच को स्थानांतरित कर दिया."