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MP कोल्ड्रिफ कफ सिरप मौत मामला: सीएम मोहन यादव की नागपुर यात्रा, जहरीले सिरप से प्रभावित बच्चों की स्थिति स्थिर लेकिन चिंताजनक

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Oct 9, 2025

MP कोल्ड्रिफ कफ सिरप मौत मामला: सीएम मोहन यादव की नागपुर यात्रा, जहरीले सिरप से प्रभावित बच्चों की स्थिति स्थिर लेकिन चिंताजनक

 मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में जहरीले कोल्ड्रिफ कफ सिरप से किडनी फेलियर का शिकार हुए बच्चों की मौतों ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। बुधवार (8 अक्टूबर 2025) को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विशेष विमान से नागपुर पहुंचे और चार प्रभावित बच्चों का हाल जाना। एम्स, न्यू हेल्थ सिटी हॉस्पिटल और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में भर्ती इन बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही, लेकिन उन्नत उपचार से सुधार हो रहा। सिरप में 48.6% डायएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) मिला था, जो किडनी को नष्ट कर रहा। अब तक 21 बच्चों की मौत हो चुकी, जबकि डॉक्टर प्रवीण सोनी की जमानत खारिज हो गई। सरकार ने कंपनी के मालिक को गिरफ्तार कर लिया, और सख्त कार्रवाई का ऐलान किया।

 सीएम का अस्पताल दौरा

मुख्यमंत्री सबसे पहले एम्स नागपुर गए, जहां दो बच्चे वेंटिलेटर पर हैं। डॉक्टरों से रिपोर्ट्स देखीं और परिजनों को आश्वासन दिया कि पूरा इलाज राज्य वहन करेगा। न्यू हेल्थ सिटी में तीसरा बच्चा डायलिसिस पर है, जबकि गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में चौथा बच्चा (उम्र 4 वर्ष) की स्थिति बेहतर हो रही। डॉ. यादव ने कहा, "बच्चों का स्वास्थ्य प्राथमिकता है। कोई कोताही बर्दाश्त नहीं।" परिजनों ने भावुक होकर सीएम का धन्यवाद दिया, जो सिरप के कारण किडनी ट्रांसप्लांट की कगार पर हैं।

कंपनी मालिक गिरफ्तार

तमिलनाडु की श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स के मालिक रंगनाथन गोविंदन को चेन्नई से गिरफ्तार किया गया। बैच SR-13 (मई 2025 निर्मित) में 48% जहरीला DEG पाया गया, जो एंटीफ्रीज में इस्तेमाल होता। तमिलनाडु लैब रिपोर्ट (2 अक्टूबर) के आधार पर MP ने 4 अक्टूबर को सिरप और कंपनी के सभी उत्पाद बैन कर दिए। छिंदवाड़ा के डॉ. प्रवीण सोनी, जिन्होंने सिरप प्रिस्क्राइब किया, की बेल खारिज हो गई। FIR में हत्या और लापरवाही के आरोप।

मौतों का आंकड़ा और जांच

सितंबर से अब तक छिंदवाड़ा में 21 मौतें, महाराष्ट्र में 2 और राजस्थान में 1। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस पर CDSCO ने जांच तेज की। केरल, तमिलनाडु ने भी बैन लगाया। विशेषज्ञों ने कहा कि DEG से तत्काल किडनी फेलियर होता, जो बच्चों के लिए घातक। विपक्ष ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया।

 जांच रिपोर्ट कल, मुआवजा घोषित

गुरुवार (9 अक्टूबर 2025) तक चारों बच्चों की हालत स्थिर, लेकिन लंबे इलाज की जरूरत। सरकार ने प्रत्येक परिवार को 10 लाख मुआवजा घोषित किया। CBI जांच की मांग तेज, जबकि कंपनी के अन्य उत्पादों की जांच शुरू। डॉ. सोनी की पूछताछ जारी, नया खुलासा संभव। राज्यव्यापी दवा चेकिंग अभियान चलेगा।

Report By:
Monika