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'...तो खतरे में है आदिवासियों का अस्तित्व' चंपई सोरेन का छलका दर्द, बीजेपी में जाने की वजह भी बताई

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Aug 28, 2024

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता चंपई सोरेन 30 अगस्त को आधिकारिक तौर पर बीजेपी में शामिल होंगे. बीजेपी में शामिल होने से पहले उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर हेमंत सोरेन और उनकी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि आदिवासियों का अस्तित्व खतरे में है.

चंपई सोरेन ने क्या कहा?

प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए चंपई सोरेन ने कहा, 'पार्टी में कोई फोरम/मंच नहीं था जहां मैं अपना दर्द बयां कर पाता. मुझसे वरिष्ठ नेता स्वास्थ्य कारणों से राजनीति से दूर रहते हैं, इसलिए मैंने आदिवासी पहचान और अस्तित्व को बचाने के लिए भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है. मैं झारखंड के लोगों से मिलता रहा और उनकी राय जानने की कोशिश करता रहा. इस बीच कोल्हान क्षेत्र के लोग हर परिस्थिति में मेरे साथ खड़े रहे और उन्हीं लोगों ने संन्यास लेने के मेरे विकल्प को खारिज कर दिया.

रागना में बांग्लादेशी घुसपैठ एक बड़ी समस्या है

चंपई सोरेन ने कहा, 'आज बाबा तिलका मांझी और सिदो-कान्हू की पवित्र भूमि संथाल परगना में बांग्लादेशी अतिक्रमण एक बड़ी समस्या बन गई है. इससे दुर्भाग्य की बात क्या हो सकती है कि जिन वीरों ने जल, जंगल और जमीन की लड़ाई में कभी विदेशी अंग्रेजों की दासता स्वीकार नहीं की, आज उन्हीं के वंशजों की जमीनों पर ये घुसपैठिये कब्जा कर रहे हैं. इन लोगों की वजह से फुले-जानो जैसी वीरांगनाओं को अपना आदर्श मानने वाली हमारी माताओं, बहनों और बेटियों की पहचान खतरे में है.'

अगर घुसपैठ नहीं रुकी तो आदिवासियों का अस्तित्व खतरे में है

झारखंड के पूर्व सीएम ने कहा, 'अगर आदिवासियों और मूलवासियों को आर्थिक और सामाजिक रूप से नुकसान पहुंचाने वाले इन घुसपैठियों को नहीं रोका गया तो संथाल परगना में हमारे समाज का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा. पाकुड़, राजमहल समेत कई अन्य इलाकों में इनकी संख्या आदिवासियों से ज्यादा हो गयी है. हमें इस मुद्दे को राजनीति से हटाकर सामाजिक आंदोलन बनाना होगा, तभी आदिवासी जीवित रह सकेंगे. केवल भाजपा ही इस मुद्दे को लेकर गंभीर दिख रही है और अन्य पार्टियां सिर्फ वोटों की खातिर इसे नजरअंदाज कर रही हैं, इसलिए मैं आदिवासियों की पहचान और अस्तित्व को बचाने के लिए भाजपा में शामिल हो रहा हूं.

Report By:
Devashish Upadhyay.