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उज्जैनः नागचंदे्रश्वर के पट खुले, भक्तों का उमडा जनसेलाब

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Aug 5, 2019

अनिल बैरागी- उज्जैन विश्व प्रसिद्व महाकालेश्वर मंदिर के शिखर के मध्य स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट रात 12 बजे खुल गए। मंहत प्रकाश पुरी महाराज तथा उनके प्रतिनिधीयों ने पट खुलने के बाद शेषनाग पर विराजित भगवान शिव तथा पार्वती की मूर्ति की पूजा शुरू की तथा करीब दो घंटे चली पूजा के बाद श्रृद्वालुओं के लिए मंदिर खोल दिया गया।

आस्थारूपी बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में हमारे संवाददाता की खास रिपोर्ट

वैसे तो विश्वप्रसिद्व महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए यूं तो हर दिन हजारों भक्तों की भीड उमड़ती है लेकिन नागपंचमी के दिन महाकाल मंदिर के शिखर के मध्य में स्थित नागचंद्रेश्वर के दर्शनों को करने के लिए श्रृद्धालुओं को सालभर इंतजार करना पडता है। इसका कारण यह है कि यह मंदिर साल में केवल एक बार नागपंचमी के दिन ही खुलता है और इस दिन लाखों लोग भगवान नागचंदे्रश्वर के दर्शन कर अपने को धन्य समझते हैं। बुधवार नागपंचमी के दिन होने वाले दर्शनों के लिए मंगलवार शाम से ही श्रृद्धालु कई किलोमीटर लंबी कतार में लग गए थे। भगवान के दर्शन पाने को आतुर उनके लाखों भक्त मंदिर प्रांगण में घंटों तक ड़टे रहे। भगवान नागचंदे्रश्वर के इस दुर्लभ दृश्य को पाने की चाह में क्या बूढे, क्या युवा, क्या महिला यहां तक की बच्चे भी घण्टों इंतजार करने में पीछे नहीं रहे।

नागपंचमी पर अब तक तकरीबन 5 लाख हजार श्रृद्धालुओं ने किये दर्शन

रात 12 बजे जैसे ही मंदिर के महंत प्रकाश पुरी जी महाराज ने मंदिर के पट खोले तो जय महाकाल के उदघोष से पुरा आकाश गुजांयमान हो उठा वहीं करीब दो घंटे के त्रिकाल पूजन के बाद मंदिर के पट श्रृद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। भगवान नागचंदे्रश्वर के जन्मदिन के रुप में मनाया जाने वाला यह पर्व प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालुओं द्वारा इसी आनंद-उमंग और पूर्ण आस्था के साथ मनाया जाता है। ग्यारहवी शताब्दी के परंपरागत कालीन इस मंदिर के शिखर के मध्य बने नागचंदे्रश्वर के मंदिर में शेषनाग पर विराजित भगवान शिव तथा पार्वती की यह दुर्लभ प्रतिमा है तथा साल में केवल एक बार ही खुलने वाले इस मंदिर के दर्शन के लिए हर साल करीब चार से पांच लाख श्रृद्धालु आते हैं। इस दौरान पुलिस-प्रशासन की चौकस निगाहे लगातार आसामाजिक तत्वों पर जमी रहती हैं। वहीं मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने एवं दर्शनार्थियों को सुलभता से दर्शन कराने में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही पूरा प्रशासनिक अमला मुस्तैदी से तैनात नजर आ रहा है। बारिश से हुए खलल के बाद भी सभी अव्यवस्थाओं को दरकिनार करते हुए बाबा के भक्तों ने प्रशासन का पूर्ण सहयोग कर "नागचंद्रेश्वर" के दर्शन किये।