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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से कहा - मिच्छामी दुक्कड़म

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Sep 3, 2019

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देशवासियों से माफी मांगी है। बता दें कि ये माफ़ी उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान हुई किसी गलती या चूक के लिए नहीं, बल्कि जैन धर्म में मनाने वाले पर्युषण पर्व के उपलक्ष्य में मांगी है। दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने जैन रीती के मुताबिक देशवासियों से माफी मांगी है।

जैन धर्म में दशलक्षण पर्व का बहुत महत्व है। ये पर्व सोमवार से शुरू हो गया है। ये पर्व दिगंबर जैन समाज में दस दिनों तक चलता है वहीं श्वेताम्बर जैन में इसे 8 दिनों तक मनाया जाता है। में पयुर्षण पर्व/ दशलक्षण पर्व के प्रथम दिन उत्तम क्षमा, दूसरे दिन उत्तम मार्दव, तीसरे दिन उत्तम आर्जव, चौथे दिन उत्तम सत्य, पांचवें दिन उत्तम शौच, छठे दिन उत्तम संयम, सातवें दिन उत्तम तप, आठवें दिन उत्तम त्याग, नौवें दिन उत्तम आकिंचन तथा दसवें दिन ब्रह्मचर्य तथा अंतिम दिन क्षमावाणी के रूप में मनाया जाएगा। दशलक्षण पर्व के दौरान जिनालयों में धर्म प्रभावना की जाएगी।

पीएम ने देशवासियों को पर्युषण पर्व की दी शुभकामनाएं

उल्लेखनीय है कि जैन धर्म के मुताबिक, हमारे द्वारा जानें अनजाने में यदि कोई गलती हो जाती है, तो इस पर्व पर किसी भी अज्ञात गलती के लिए माफी मांगी जाती है। मूर्तिपूजक जैन बंधुओं द्वारा सोमवार, 2 सितंबर को संवत्सरी पर्व मनाया गया था, जबकी स्थानकवासी जैन बन्धुओं द्वारा आज मंगलवार 3 सितंबर को संवत्सरी पर्व मनाया जाएगा। पीएम मोदी ने जैन बंधुओं को पर्युषण पर्व की शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि 'संवत्सरी का विशेष पर्व बड़े दिल वाले, दयालु और सामंजस्यपूर्ण होने की शिक्षा देता है। यह हमें समाज में भाईचारे की भावना को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। मिच्छामी दुक्कड़म!' आपको बता दें कि यह पर्व महावीर स्वामी के मूल सिद्धांत अहिंसा परमो धर्म, जिओ और जीने दो की राह पर चलना सिखाता है तथा मोक्ष प्राप्ति के द्वार खोलता है। इस पर्वानुसार- 'संपिक्खए अप्पगमप्पएणं' अर्थात आत्मा के द्वारा आत्मा को देखो।