Jul 5, 2018
फटाफट क्रिकेट के दौर में कुछ भी संभव हैं मगर जब सितारा अँधेरे से निकल कर आता है तो उसकी चमक ही कुछ और होती है बेहद गरीबी में बचपन जीने वाले जिम्बाब्वे के बल्लेबाज सोलोमन मीरे ने टी20 ट्राई सीरीज में पाकिस्तानी गेंदबाजों की बुरी हालत कर दी और 63 गेंदों में 94 रन 150 के स्ट्राइक रैट से बना डालें सोलोमन मीरे ने 94 में से 60 रन सिर्फ छक्के-चौकों से बना डाले 6 चौके और 6 छक्के मतलब सिर्फ 12 गेंदों में सोलोमन मीरे की 94 रनों की पारी जिम्बाब्वे की ओर से सबसे बड़ी टी20 पारी है।
इससे पहले ये रिकॉर्ड हैमिल्टन मसाकाद्जा के नाम था जिन्होंने नाबाद 93 रन बनाए थे सोलोमन मीरे के पिता इतने गरीब थे की एक बेट भी नहीं खरीद पाते थे वो पेड़ काटकर अपने लिए खुद बैट बनाते और प्राइवेट स्कूल में एडमिशन के लिए उन्होंने क्रिकेट खेलना सीखा वैसे वे पायलट बनना चाह रहें थे।
आज अपनी मेहनत और लगन के दम पर वे आज देश की नेशनल टीम का हिस्सा है वैसे जिम्बाब्वे में हालत कभी क्रिकेट के लिहाज से सुगम नहीं है ऐसे में जब कोई खिलाड़ी इस तरह के कारनामे करता है तो कहना पड़ता है कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं, मेहनत और लगन से सब संभव है।