Aug 8, 2024
भारतीय पहलवान विनेश फौगाट ने पेरिस ओलंपिक में फाइनल से पहले अयोग्य घोषित होने के बाद कुश्ती से संन्यास की घोषणा कर दी है. इस बीच, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने घोषणा की है कि, 'विनेश फोगाट का एक पदक विजेता की तरह स्वागत और सम्मान किया जाएगा.'
हरियाणा सरकार की घोषणा
हरियाणा सरकार ने पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेता को 2.5 करोड़ रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की थी. इसके अलावा राज्य सरकार ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को 15 लाख रुपये की राशि भी देगी. इसके साथ ही मेडल के अनुसार ग्रुप ए, ग्रुप बी या ग्रुप सी की सरकारी नौकरियां भी दी जाएंगी.
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया की विनेश को वैसा ही स्वागत और सम्मान मिलेगा जो एक पदक विजेता को मिलता है. हरियाणा सरकार जो सम्मान और ईनाम रजत पदक विजेता को देती है वो सब विनेश फौगाट को भी कृतज्ञता पूर्वक दी जोयेंगी.
सिल्वर मेडल की उम्मीदें अब भी जिंदा
दरअसल, पेरिस ओलंपिक में विनेश की सिल्वर मेडल को लेकर उम्मीदें अभी भी जिंदा हैं. हालांकि, उन्हें मेडल मिलेगा या नहीं, इस पर आज फैसला होगा. अयोग्य घोषित होने के बाद भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने CAS (कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स) में अपील की है. उन्होंने खुद को अयोग्य ठहराए जाने के फैसले को चुनौती दी है और सिल्वक मेडल की मांग भी की है.
ओवरवेट होने की वजह से हो गई थी डिस्क्वालिफाई
भारत की स्टार पहलवान विनेश फौगाट 50Kg कुश्ती कॉम्पिटिशन के फाइनल में पहुंच गई थी. फाइनल में उनका मुकाबला अमेरिका की पहलवान से होना था. ऐसे करने वाली वो भारत की पहली व्यक्ति बनी थी. लेकिन , फाइनल मुकाबले के पहले विनेश का वज़न 100-150 ग्राम ज्यादा आया थी जिसके चलते उन्हे अयोग्य घोषित कर दिया था.