Jan 1, 2017
रीवा। रानी तालाब में शनिवार शाम को वोटिंग के दौरान बड़ा हादसा हो गया। नाव पलटने से चार लोग पानी में डूब गए। हादसे के दौरान पास ही वोटिंग कर रहे सैलानियों ने तीन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, जबकि युवती का पता नहीं चल पाया है। पुलिस देर रात तक तलाश में जुटी रही। घटना में सुरक्षा इंतजामों में बड़ी लापरवाही सामने आई है।
शनिवार शाम करीब साढ़े पांच बजे रानी तालाब में नाव से सैलानी वोटिंग कर रहे थे। एक नाव पर युवक के अलावा दो युवतियां व बच्चा सवार था। वोटिंग शुरू करने के करीब पांच मिनट बाद ही नाव लहराकर पानी में डूब गई। इस दौरान नाव में सवार लोगों ने मदद के लिए शोर मचाया तो आसपास नाव में घूम रहे अन्य लोग पहुंच गए। उन्होंने तुरंत राजकुमार द्विवेदी (36 ) निवासी बेलौहन टोला, बेटा सिद्धार्थ द्विवेदी (6 ) व नीलू पटेल (25) पिता रामसजीवन निवासी खौर कोठी को बाहर निकाला। इस दौरान नीलू की छोटी बहन नीलम पटेल (18 ) गहरे पानी में समा गई, जिसका कुछ पता नहीं चल पाया है।
घटना से तालाब में अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया। बाहर निकाले गए लोग ठंड से कांप रहे थे, जिनको तत्काल जिला चिकित्सालय लाया गया। हादसे की सूचना पर सिटी कोतवाली पुलिस पहुंची। तालाब में युवती की तलाश के लिए गोताखोर लगाए गए हैं।
हादसे ने सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक को उजागर किया है। पीडि़त राजकुमार के मुताबिक जो नाव उन्हें वोटिंग के लिए दी गई थी वह फूटी थी। इसके अलावा लाइफ जैकेट भी फटे थे। जब नाव बीच तालाब में पहुंची तो उसमे पानी भरने लगा। वे लोग मदद के लिए पुकारने लगे। जब तक मदद पहुंचती उससे पहले ही नाव में काफी पानी भर गया और वह डूब गई। वोटिंग के दौरान यदि ठेकेदार ने सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध करवाया होता तो इतना बड़ा हादसा रोका जा सकता था। हादसे के बाद यहां रहने वाला ठेकेदार का स्टाफ भी गायब था।
साल के आखिरी दिन घूमने आये थे। शनिवार को साल के आखिरी दिन बड़ी संख्या में लोग रानी तालाब घूमने पहुंचे थे। युवक का चार दिन पूर्व एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें दोनों मुंहबोली भांजियां देखने के लिए यहां आई थी। सभी पार्क में घूमने के बाद शाम को वोटिंग का आनंद उठा रहे थे, तभी हादसा हो गया।
घटना के दौरान मौजूद प्रत्यक्षदर्शी किशन वर्मा ने बताया कि नाव में सवार लोग मोबाइल से सेल्फी ले रहे थे। सेल्फी के दौरान ही नाव अचानक लहराने लगी। जब तक सभी लोग मदद के लिए पहुंचते उससे पहले ही नाव डूब गई। हालांकि पीडि़तों के बयान में सेल्फी की बात सामने नहीं आई है। इस घटना की लोगों ने तीव्र भत्र्सना की है। नगर निगम की पूर्व नेता प्रतिपक्ष कविता पाण्डेय ने कहा कि दोषी लोगों पर प्रकरण दर्ज होना चाहिए। चहेतों को ठेका बांटा गया है जिससे यहां अव्यवस्था फैल गई है। भविष्य में इन घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। कांग्रेस नेता रामकीर्ति शर्मा ने कहा कि पार्क अय्याशी का अड्डा बन चुका है और कोई सभ्रांत परिवार यहां जाने से कतराता है।