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सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोहिया संस्थान के एकेडमिक ब्लॉक का किया उद्घाटन

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Nov 23, 2019

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लोहिया संस्थान के एकेडमिक ब्लॉक का उद्घाटन किया। साथ ही पहली मंजिल पर बने सेंटर रिसर्च लैब का निरीक्षण भी किया। इस मौके पर उन्होंने कहा जनता को बेहतर व गुणवत्तपूर्ण चिकित्सा सुविधाएं देने में अब तक केजीएमयू व पीजीआई का ही नाम आता था। लेकिन अब लोहिया संस्थान भी इस प्रतियोगिता में शामिल है। यह प्रतियोगिता मरीजों को गुणवत्तापरक सेवा देने की होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा बेहतर करो तो सुविधाएं और भी बढे़ंगी। 23 करोड़ जनता को संस्थान का लाभ मिलेगा। संस्थान के निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी ने उपलब्धियों को गिनाते हुए बताया कि 56 किडनी ट्रांसप्लांट हो चुके हैं।

पूरे प्रदेश को भुगतना पड़ रहा खामियाजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में प्रोफेशनल तरीके से संस्थानों को चलाने का प्रयास नहीं हुआ। जिसका खामियाजा पूरे प्रदेश को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि 14 मेडिकल कालेज का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है। इसमें 2022 में प्रवेश मिलेगा। यह भी बताया कि 250 एंबुलेंस ने 78 हजार की जान बचाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच से लोहिया संस्थान व एम्स जैसे संस्थान खुल रहे हैं। दुनिया में टीबी को खत्म करने के लिए 2030 तक का लक्ष्य रखा गया है। जबकि पीएम मोदी ने देश को टीबी मुक्त करने के लिए 2025 का लक्ष्य रखा है। इसमें सभी योगदान दें। सीएम ने डॉक्टरों को मरीजों से अच्छे व्यवहार की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि डॉक्टर अपनी शपथ को याद रखें। मारपीट करेंगे तो लोग नकार देंगे और कॅरिअर खत्म हो जाएगा

सरकार डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए लगातार प्रयासरत
चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सरकार डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। सरकार बनने के बाद से सात मेडिकल कॉलेज शुरू हुए है। आठ का निर्माण चल रहा है। 14 प्रस्तावित हैं, इनमें से 5 को केंद्र से मंजूरी मिल गयी है। डॉक्टर व्यवहार सही रखें, भीड़ देखकर घबराएं नहीं। मरीज से हंसकर हाल पूछने से उसका 50 फीसद दर्द कम हो जाता है।

डॉक्टर कार्य व व्यवहार बदलें...
इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ चिकित्सा मंत्री सुरेश खन्ना, राज्यमंत्री संदीप सिंह व चिकित्सा शिक्षा सचिव डॉ. रजनीश दुबे भी मौजूद रहे। मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि डॉक्टर कार्य व व्यवहार बदलें। कुशल ड्राइवर वही है जो दलदल से गाड़ी निकाल सके। अगर ओपीडी में भीड़ ज्यादा है तो घबराएं नहीं बल्कि अधिक से अधिक मरीजों का इलाज करें। तभी लोहिया संस्थान की इमेज बढ़ेगी।