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छात्राओं से अश्‍लील हरकतें करने वाले जवानों पर मामला दर्ज

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Aug 9, 2017

दंतेवाड़ा : नक्सलियों से लोहा लेने वाले जवानों की कलाइयां सूनी न रह जाएं और ये हमारी रक्षा करते रहें, इसलिए बालिका आवासीय विद्यालय की छात्राओं ने जवानों को रक्षा सूत्र बांधे, लेकिन उन बालिकाओं को क्या पता था कि हमारे रक्षक ही भक्षक बन बैठेंगे।

मामला छत्‍तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के पालनार गुरुकुल बालिका आश्रम का है, जो कि कुआकोंडा ब्‍लॉक में है। यहां 31 जुलाई को एक निजी टीवी चैनल ने रक्षाबंधन का स्पेशल कार्यक्रम आयोजित किया था, जहां 500 से अधिक स्कूली छात्राओं ने सीआरपीएफ के जवानों को राखी बांधी थी। कार्यक्रम में कलेक्टर-एसपी से लेकर जिला प्रशासन के समस्‍त अधिकारी मौजूद थे।

कार्यक्रम चल ही रहा था कि अचानक तेज बारिश हुई। तब सभी जवानों और छात्राओं को आश्रम के बरामदे में बैठाया गया। जब इनमें से कुछ छात्राएं शौचालय की तरफ गईं तो वहां दो जवानों ने उनके साथ चेकिंग के नाम पर बदसलूकी की। एक पीड़ित छात्रा ने बताया कि जवानों ने तलाशी के नाम पर उसके हाथ ऊपर कर दीवार के सहारे टिकने को कहा और उसके बाद उसके साथ अश्लील हरकतें करनी शुरू कर दीं। जब छात्रा ने इसका विरोध किया और कहा कि मैं चिल्लाकर सब को बुला लूंगी, तब जवानों ने उसे वहां से जाने दिया। इन जवानों ने करीब डेढ़ दर्जन छात्राओं के साथ इसी तरह की अश्‍लील हरकतें की। उन्‍होंने छात्राओं को बंदूक दिखाकर डराया भी।

घटना के बाद से बालिकाएं बहुत ज्यादा दहशत में हैं। बालिकाओं ने कार्यक्रम के दौरान तो कुछ नहीं कहा, लेकिन रात में चपरासी को इस घटना के बारे में बताया। तब चपरासी ने जब घटना की जानकारी आश्रम अधीक्षिका द्रोपदी सिन्हा को दी। उन्होंने 1 अगस्‍त को दंतेवाड़ा एसपी और कलेक्टर को इस संबंध में अवगत कराया। इससे पूरे प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया।

इसके बाद कई प्रशासनिक अधिकारियों ने आश्रम का दौरा किया, लेकिन विकासखंड शिक्षा अधिकारी वेशनारायण उइके सहित सभी ने मीडिया के सवालों को लेकर चुप्‍पी साध ली। डिस्ट्रिक्‍ट मिशन कोऑर्डिनेटर रामचरण राणा ने यह जरूर कहा कि घटना के बाद इसकी जानकारी जिले के उच्च अधिकारियों को दे दी गई थी।

इस मामले में आश्रम अधीक्षिका ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि घटना के दिन शाम को ही इसकी जानकारी बीईओ और डीईओ को दे दी गई थी, इसके बावजूद एफआईआर में देरी होने का कारण मैं नहीं जानती। इधर पूरे मामले में किरंदुल एसडीओपी धीरेंद्र पटेल का कहना है कि 7 अगस्त को आश्रम अधीक्षिका का आवेदन मिला था, जिस पर थाना कुवाकोंडा में दो वर्दीधारी जवानों के खिलाफ बालिकाओं से छेड़छाड़ का मामला पंजीबद्ध किया गया है और विवेचना की जा रही है।