Feb 22, 2023
कमलनाथ बोले- रोज 5 सौ करोड़ का कर्ज, इवेंटबाजी में खर्च
भोपाल, विश्व धरोहर स्मारक स्थल खजुराहो में अब एक ऐसा अनूठा कला केंद्र अस्तित्व में आ रहा है, जहां प्रदेश की जनजातीय एवं लोक कला का अद्भुत समागम देखने को मिलेगा। देश विदेश के पर्यटकों को मध्यप्रदेश के अंचलों एवं जनजातियों की सभ्यता और संस्कृति से परिचित कराने 'आदिवर्त' मध्यप्रदेश जनजातीय एवं लोक कला राज्य संग्रहालय, आज शाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा लोकार्पित होगा। आज शाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह खजुराहो में जी 20 के पहले सांस्कृतिक समूह कार्यक्रम में शामिल होने रवाना हो गये हैं। इससे पहले बालाघाट में उन्होंने पुलिसकर्मियों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन के लिये आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया और यहां से तेंदुपत्ता बोनस वितरण कार्यक्रम के लिये सिवनी जिले के लखनादौन रवाना हो गये।
संस्कृति विभाग द्वारा इसके तहत प्रतिनिधि गांव का निर्माण किया गया है। जिसमें प्रदेश के अलग अलग लोक अंचल और जनजातियों के एक-एक आवासों को निर्मित किया जा रहा है। संग्रहालय का प्रथम चरण पूर्ण हो चुका है। इस अवसर पर संग्रहालय का लोकार्पण, कलाकार पंचायत, राज्य सम्मान अलंकरण कार्यक्रम होंगे।
घोषणा नहीं होगी पूरी: छिदवाडा में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मध्यप्रदेश सरकार रोजाना 500 करोड़ रुपए प्रतिदिन का कर्जा ले रही है करोड़ों रुपए का कर्ज लेकर सरकार इवेंट बाजी में खर्च कर रही है। मुख्यमंत्री जो भी घोषणाएं कर रहे हैं वह अगले तीन-चार महीनों में कौन सी लागू होनी है। उन्होंने लाडली बहना योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि कब मिलेगा किसको मिलेगा यदि यह सही है इनके दिल में सच्चाई है तो एडवांस पैसा जमा कर दो।
पुलिस मुख्यालय से मैदान तक की बड़ी सर्जरी होगी
भोपाल, मप्र में फिर एक बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी चल रही है, हालांकि तबादला सीजन शुरू होने में अभी दो महीने बाकी हैं लेकिन सरकार आईएएस और आईपीएस अफसरों को बदलने के मूड में है। हाल में कुछ जिलो के कलेक्टर व अन्य आईएएस बदलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आईपीएस अफसरों की 'परफार्मेंस रिपोर्ट' पर गौर किया है। सूत्रों की मानें तो इस सबंध में उन्होंने डीजीपी से भी चर्चा की है। इसमें पुलिस मुख्यालय स्तर पर भी अफसरों की जमावट में फेरबदल किया जायेगा। यह काफी समय से प्रस्तावित भी है। वहीं जिलों से लेकर रेंज में भी चेहरों की अदलाबदली होने वाली है। चूंकि जल्द ही मप्र विधानसभा का सत्र भी शुरू होने वाला है इसलिये यदि तबादलों पर सहमति बन गई तो यह बहुत जल्द कर दिये जायेंगे। वरना होली बाद इनका नंबर आयेगा।
सूत्रों का कहना है कि एक दर्जन से ज्यादा जिलों में बतौर पुलिस अधीक्षक पदस्थ आईपीएस अफसरों को बदला जा रहा है। कुछ तो काफी समय से भी जमे हैं और कुछ ऐसे हैं जिनकी पटरी जिले में जनप्रतिनिधियों के साथ नहीं बैठ पा रही है। सूत्रों की मानें तो इंदौर व भोपाल के पुलिस कमिश्नोरेट में भी बदलाव हो सकता है। हालांकि भोपाल में किसी भी अन्य नाम पर दुविधा के चलते मामला पेडिंग कर दिया गया है। यहां मौजूदा कमिश्नर देऊस्कर का विकल्प तलाशना मुश्किल हो रहा है। उनका नाम मुख्यमंत्री ने ही पहले कमिश्नर के तौर पर चुना था।
कांग्रेस डेलिगेट्स सूची पर बवाल दिल्ली पहुंचा !
भोपाल, मप्र की कांग्रेस और एआईसीसी डेलिगेट्स की सूची पर बवाल बढने लगा है। कल रात वरिष्ठ नेता सैय्यद साजिद अली के निवास पर बैठक में असलमशेर खां, दीपचंद यादव समेत कई नेता जुटे और सूची को लेकर रोष जताया तथा कमलनाथ व अन्य वरिष्ठ नेताओं से मिलकर अपनी बात पहुंचाने का निर्णय भी लिया। उधर असलम शेर आज दिल्ली रवाना हो गये, माना जा रहा है कि वे दिल्ली में प्रभारी जेपी अग्रवाल व अन्य नेताओं से मिलकर इस मामले पर चर्चा करेंगे। इधर दीपचंद यादव व साजिद अली आज कमलनाथ से मिलने भी रवाना हुए लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो सकी है। इधर असमल शेरखां का कहना है कि 'यह सूची रायपुर अधिवेशन के ऐन पहले जारी की गई है और इस जानबूझकर देर से सामने लाया गया।' दरअसल सूची में एआईसीसी सदस्य के तौर पर खुद असलम समेत कई नेताओं का नाम भी नहीं हैं, उन्हें को आप्ट सूची में भी जगह नहीं मिली है। असलम का कहना है कि कांग्रेस की विचारधारा को नष्ट किया जा रहा है और पार्टी में संवाद व अन्य परंपराओं को भी ताक पर रख दिया गया। है। गौरतलब है कि कल वरिष्ठ नेता लक्ष्मण सिंह भी सूची में आदिवासी विधायक हीरालाल अलावा की उपेक्षा का मामला उठाकर ट्वीट किया था, इससे भी कांग्रेस नेतृत्व असुविधाजनक स्थिति में आ गया था।