Jun 15, 2024
शिक्षा मंत्रालय ने छात्रों को लेकर बेहद महत्वपूर्ण फैसला लिया है। बता दें कि 15 जून यानी आज शिक्षा मंत्रालय ने साल में दो बार 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा कराने की अर्जी पर सहमति दे दी है।यह योजना 2025-26 के सत्र से शुरू की जाएगी। यह परीक्षाऐं फरवरी और अप्रेल में की जाया करेंगी और छात्रों के इन दोनों बार की परीक्षाओं के सर्वश्रेष्ठ अंको पर आधारित रिजल्ट घोसित किया जाएगा।
जेईई की तर्ज पर की जाएगी परीक्षाऐं
शिक्षा मंत्रालय के द्वारा इन परीक्षाओं को जेईई की तर्ज पर किए जाने की सहमति दी गई है।बता दें कि जेईई की तरह बोर्ड एग्जाम को साल में दो बार किया जाएगा और छात्रों को दो बार परीक्षा देने का ऑपशन दिया जाएगा।हालांकि इसके अलावा परीक्षा को सेमेस्टर वाईज कराने का भी विकल्प रखा गया था,लेकिन फिलहाल जेईई की तर्ज को ही सहमति दी गई है।
छात्रों को मिल सकेगी अब राहत
शिक्षा मंत्रालय के इस कदम से छात्रों को मानसिक रूप से काफी राहत मिलेगी।यदि किसी छात्र की पहली बार में परीक्षा खराब हो जाती है तो वे एक बार फिर परीक्षा देकर, परीक्षा में अपने प्रदर्शन का सुधार कर सकते हैं।इससे छात्रों का मानसिक स्ट्रेस कम हो सकता है और उन्हें इस तनाव से राहत मिल सकेगी।
यूजीसी ने इस तरह किया समर्थन
यूजीसी ने भी कहा है कि उच्च शिक्षण संस्थानों में साल में दो बार प्रवेश दिया जाएगा। दोनों ही सत्रों में प्रवेश सीयूईटी के आधार पर होगा, दूसरे सत्र में प्रवेश के लिए अलग से कोई परीक्षा नहीं देनी होगी।