Sep 20, 2024
भारत में डायबिटीज और हार्ट अटैक के मामले छोटी उम्र के बच्चों में भी नजर आने लगे हैं. यह एक ऐसी परेशानी बन गई है, जिससे हर उम्र के लोग परेशान हैं। आज के समय में ज़्यादातर लोग मोटापे, डायबिटीज और हार्ट स्ट्रोक जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं. इन गंभीर स्वास्थ्य समस्या की बढ़ती संख्या को देखते हुए, WHO ने बैलेंस्ड डाइट और फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ावा देने को कहा हैं.
दरअसल हाल ही में लखनऊ से चौंकाने वाला मामला सामने आया जहां हार्ट अटैक के चलते 9 साल की बच्ची की स्कूल में खेलते-खेलते मौत हो गई। जिसने सभी को हैरान कर दिया.
किस उम्र में डायबिटीज का सबसे ज्यादा खतरा?
डायबिटीज एक एसी बीमारी है जो लोगों की लाइफस्टाइल और खानपान से जुड़ी है. डायबिटीज़ का खतरा बड़ों के साथ बच्चों में भी देखने को मिल रहा है. Diabetes होने की शुरूआत 40 की उम्र से होती है। बाद में फिर धीरे धीरे तेजी से बढ़ने लगती है. जिसे फिर कंट्रोल करना मुशकिल हो जाता है. ज्यादातर 60 से 75 की उम्र वाले लोगों में भी ये बीमारी देखी गई है. अब यह18 साल से कम उम्र के बच्चों में भी नजर आने लगी है.
डायबिटीज से दिल को हो सकता है खतरा
डायबिटीज से जूझ रहें मरीज को Heart Attack की समस्या भी हो सकती है. डायबिटीज में हार्मोन असंतुलन की वजह से ब्लड शुगर का लेवल बढ़ा हुआ रहता है, जो दिल के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
भारत में हार्ट अटैक चिंता का विषय
भारत में हार्ट के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. साल 2022 में दिल के दौरे से 32,458 लोगों की मौत हुई थी.यह पिछले साल की तुलना में 14 फ़ीसदी ज़्यादा हैं. हार्ट अटैक के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र ,केरल और गुजरात में नजर आए.
खराब लाइफ़स्टाइल बीमारियों की वजह
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में 63% मौतें खराब लाइफस्टाइल की वजह से होती है. जैसे समय पर ना सोना, पैकेट फूड खाना और स्मोकिंग करना इस बीमारी को बुलावा देती है। एडल्ट में सबसे ज्यादा हार्ट अटैक के मामले वर्कआउट के टाइम देखे गए हैं. ज़्यादा तेजी और भारी वर्कआउट करने से दिल पर दबाव पड़ता है जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है.
बैलेंस्ड डाइट और फिजिकल एक्टिविटी कोदे बढ़ावा
अपनी बिगड़ती लाइफस्टाइल को सही तरह से मेंटेन करने के लिए ताजे फलों का सेवन करें. लीन प्रोटीन और साबुत अनाज को भी अपनी डाइट में शामिल करें. डायबिटीज और हार्ट अटैक के मरीजों को Physical Activity को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए.