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अब डिजिटल हो गया है ये अस्पताल , एप की मदद से मिल रहीं सुविधाएं

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Jan 3, 2018

**सरगुजा**। जिला प्रशासन ने अस्पताल में चिकित्सकों की उपस्थिति को लेकर बड़ा ही नायाब तरीका इजाद किया है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डाक्टरों को लाख समझाने के बाद भी डाक्टरों की उपस्थिति को लेकर सुधार नहीं हुआ तो प्रशासन ने कुछ ऐसा कर दिया कि प्रदेश में सरगुजा का जिला चिकित्सालय सबसे अलग बन गया। प्रशासन ने डिस्ट्रिक्ट मेडिकल असेसमेंट एंड अप्रेसल नाम का ऐसा एप्प बनाया है, जिससे सरगुजा संभाग के सबसे बड़े अस्पताल की पहचान अब डिजिटल अस्पताल के तौर पर हो गयी है। **कम हो गईं हैं शिकायतें...** जिला अस्पताल की बदतर स्थिति से निपटने सरगुजा प्रशासन ने DMAAA नामक एक एंड्राईड एल्पिकेशन बनाया है, और इसका उपयोग भी शुरु कर दिया गया है, इस एंड्राईड एल्पिकेशन के शुरू होने के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सब कुछ बदल सा गया है , जहाँ आये दिन शिकायतें मिलती थी, कि मरीजों को समय पर खाना नहीं मिल पा रहा ,कभी चिकित्सक समय पर अस्पताल नहीं पहुंचते। अब ऐसी शिकायतें मिलनी अचानक से बंद हो गयीं हैं।उसके पीछे एक ऐसा तकनीक का उपयोग है जिसे सरगुजा में पदस्थ प्रशिक्षु आई ए एस नितिन गौड़ ने बहुत ही कम समय में तैयार कर पूरे अस्पताल की चरमराई व्यवस्था को दुरुस्त कर दिया। **फोटो करना होगा एप पर अपलोड...** आपको बतादें की इस एंड्राईड एल्पिकेशन में डाक्टर दिन में दो बार अस्पताल में राउंड के समय अपने मरीज की मेडिकल नोट्स की फोटो बेड नंबर के साथ क्लिक कर एंड्राईड एल्पिकेशन में अपलोड करेंगे साथ ही कुछ स्टाफ़ मरीजों के भोजन की थाली की फोटो अपलोड करेंगे जिसकी मानीटरिंग कर प्रशासन यह सुनिश्चित कर सकेगा कि सब ठीक चल रहा है या नहीं। जिले में स्वास्थ विभाग की बदहाली दूर करने का जिम्मा अपने कंधों पर उठाते हुए युवा आईएएस अधिकारी डॉ नितिन गौंड इस दौरान सरकारी डाक्टरों पर नकेल कसने को लेकर जिस तकनीक को ईजाद किया है, उससे अब अस्पताल की व्यवस्था पहले से काफी सुधर गई है ,मरीज काफ़ी ख़ुश नजर आ रहे हैं . बहरहाल मरीज़ों की ख़ुशी इस बात को लेकर ही नहीं है की उन्हें खाना पहले से बेहतर मिल रहा है. बल्कि ख़ुशी इस बात से है की ग्रामीण और दूरस्थ इलाकों से आये मरीजों को चिकित्सक कम से कम दिन में दो बार देख रहें हैं। ईलाज के लिए पहले चिकित्सकों को ढूँढना पड़ता था अब वे खुद ही मरीज़ों के बेड तक पहुँच कर उनका ईलाज कर रहे हैं।