Loading...
अभी-अभी:

कांग्रेस-भाजपा के दावे खोखले, चौंकाने वाला होगा परिणाम : कुंजाम

image

Sep 12, 2017

रायपुर : बस्तर के दबंग कम्यूनिष्ट नेता एवं पूर्व कोंटा विधायक मनीष कुंजाम ने सूखा और अकाल की स्थिति से जूझ रहे किसानों को दिए जा रहे बोनस को अपर्याप्त बताया है। कुंजाम ने कहा, चुनाव से पहले भाजपा को किसानों की याद आ रही है। पिछले 13 सालों से प्रदेश की रमन सरकार किसानों से छलावा करती आ रही है। अब किसानों को दो साल का धान खरीदी का बोनस दिया जाना मेहनतकशों का अपमान है।

कुंजाम ने बताया कि, पार्टी स्तर पर आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी गई है। सीपीआई के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा बस्तर सहित प्रदेश की कई विधानसभा में पार्टी अपना उम्मीदवार उतार सकती है। जिसकी घोषण जल्द ही कर दी जाएगी। बस्तर के राजनीतिक हालत पर चर्चा करते हुए कुंजाम ने कहा, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी एक दोनों को आदिवासी वर्ग की चिंता नहीं है। केवल चुनावी लाभ के लिए आदिवासियों का इस्तेमाल वोट बैंक के तौर पर किया जा रहा है। आदिवासी क्षेत्रों की खनिज संपदा पूंजीपतियों को औने-पौने दामों पर बेची जा रही है। सीपीआई इसका विरोध करती रहेगी। सीपीआई नेता का कहना है कि, आदिवासियों के हक की असली लड़ाई उनकी पार्टी ही लड़ती आ रही है। पूंजीपतियों के खिलाफ उनकी लड़ाई आगे भी चलती रहेगी। जिसमें आदिवासी समाज का साथ पार्टी को मिलेगा।

सीपीआई नेता ने कहा कि, पूरे प्रदेश में सूखा के हालात हैं और सरकार चुनावी लाभ के लिए किसानों को अब धान का बोनस देने की बात कर रही है, जबकि प्रदेश के कई किसान कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर चुके हैं। उन्होंने कहा, भाजपा सरकार ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में किसानों को समर्थन मूल्य पर धान का बोनस देने की बात कही थी, लेकिन सरकार अपने वादे से मुकर रही है। हजारों किसानों ने धान बोनस देने से वंचित किया जा रहा है। कुंजाम ने कहा, बस्तर में सूखा के हालात हैं। किसान राहत कार्य और सूखाग्रस्त घोषित करने आंदोलन कर रहे हैं। आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता सरकार को सबक सिखाएगी।