Oct 24, 2017
धमतरी : समाज के तुगलकी फरमान के चलते एक परिवार बीते एक साल से गूमनामी की जिन्दगी जीने को मजबूर है। कुरूद इलाके के उमरदा गांव में एक महिला के परिवार को महज इस बात पर सजा मिली कि उसने गांव के तालाब में जाकर मछली मारा।
जिसके चलते गांव के दबंगों ने एक परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया। ताज्जुब की बात ये है कि हालात के हाथों बेबस इस परिवार की न तो पुलिस सुन रही है और प्रशासन। जिसके चलते पीड़ित परिवार को इंसाफ के लिये दर-दर भटकना पड़ रहा है।
धमतरी में आए दिन दबंगों का कहर देखने को मिल रहा है। इनके निशाने में हमेशा गरीब तबके के लोग रहते है और आये दिन जुल्म ढाते है। ऐसा ही एक मामला कुरूद इलाके के ग्राम उमरदा का है। जहां समाज के दबंगों ने त्रिवेणी कंवर व उसके परिवार का बीते एक साल से हुक्कापानी बंद कर दिया है।
इसमें त्रिवेणी कंवर की गलती महज इतनी है कि वो गांव के तालाब से मछली पकड़ने चली गई, जो गांव के लोगों को नागवार गुजरा और गांव में तलब कर गरीब महिला को 20 हजार रुपये का दंड पटाने का आदेश दे दिया। वहीं आदेश का पालन नहीं करने पर त्रिवेणी को समाज से अलग कर हुक्का पानी बंद कर दिया है।
जिसके कारण त्रिवेणी और उनका पूरा परिवार दर-दर भटकने को मजबूर है। पीड़ित महिला की माने, तो गांव में उनसे कोई बात नहीं करता और न कोई काम दिया जाता। वहीं कोई भी बात करने कोशिश करेगा उसे भी अर्थदंड चुकाना पड़ेगा। हुक्कापानी बंद करने की शिकायत पीड़ित महिला ने प्रशासन से कई बार की है, लेकिन इनकी फरियाद आज तक किसी ने नहीं सुनी।
वैसे जिला प्रशासन ने मामले की जांच के लिये एसडीएम को आदेश दे दिया है और जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा पीड़ित महिला को दिलाया है।