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सीडी कांड मामले में एकजुट होकर कांग्रेस लड़ेगी लड़ाई : पुनिया

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Nov 2, 2017

रायपुर : छत्तीसगढ़ में सीडी कांड की खलबली के बीच कांग्रेस ने अपनी लाइन तय कर दी है। मंत्री राजेश मूणत के कथित सेक्स सीडी जारी होने और बाद में कथित असली सीडी के सामने आने के बाद से चर्चा थी कि कांग्रेस बैकफुट पर है, लेकिन इन तमाम सियासी हालातों के बीच छत्तीसगढ़ पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कांग्रेस के तमाम आला नेताओं की बैठक के बाद तय किया कि सीडी मामले पर कांग्रेस पुरजोर तरीके से एकजुट होकर लड़ाई लड़ेगी।

पुनिया ने सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब सरकार ने ही सीबीआई जांच का ऐलान किया, तो फिर एसआईटी गठित करने के पीछे सरकार की क्या मंशा है? हालांकि कांग्रेस की तमाम दलीलों के बीच बीजेपी ने पुनिया के बयान पर पलटवार किया है। 

मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स सीडी ने छत्तीसगढ़ में बवंडर मचा रखा है। कथित तौर पर असली सीडी जारी होने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस इस मामले में बैकफुट पर चली गई है, लेकिन पुनिया के प्रदेश दौरे के बाद सियासी द्वंद बढ़ गया है।

प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया बुधवार को रायपुर पहुंचते ही एयरपोर्ट पर तमाम आला नेताओं से मिले। उन्होंने दो टूक कहा कि इस मामले पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेताओं को एकजुट होकर लड़ाई लड़नी है। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने इस प्रकरण को शर्मनाक बताया है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी भी ऐसे मामलों में लिप्त नहीं रहती, लेकिन अगर पहले से किसी की सीडी रहे, तो विपक्ष का दायित्व है कि हम इसे दमदारी से उठाएं। जिम्मेदार विपक्ष होने के नाते सरकार की करतूत और भ्रष्टाचार को उजागर वे नहीं करेंगे तो कौन करेगा? ऐसे मामलों को उठाएंगे। यह घटना प्रेस के ऊपर हमला है।

विनोद वर्मा के अलावा और कोई भी होता, तो भी उसके साथ होते। छत्तीसगढ़ में किसी पत्रकार के ऊपर इस तरह की कार्रवाई कोई नई बात नहीं है, इसके पहले भी पत्रकारों को झूठे मामलों में फंसाया गया है। पत्रकारों की हत्या हुई है।

पुनिया ने सीएम के उस बयान पर उनकी निंदा की, जिसमें उन्होंने सीडी को फर्जी बताया था। पुनिया ने कहा कि सीएम ने किस लैब की रिपोर्ट के आधार पर सीडी को फर्जी करार दिया है। उन्होंने सीडी कांड की सीबीआई से जांच कराने के सरकार के फैसले पर निशाना साधते हुए कहा सीबीआई तोते की तरह काम कर रहा है।

इसलिए कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट के सीटिंग जज से जांच कराए जाने की मांग कर रही हैं। उन्होंने सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार एक तरफ सीबीआई से जांच करा रही है, दूसरी तरफ एसआईटी से भी जांच करा रही है। अगर सीबीआई जांच की घोषणा की गई, तो एसआईटी जांच क्यों कराई जा रही है।

सीएम खुद सीडी को फर्जी करार दे रहे हैं, तो एसआईटी सीएम के बयान के विपरीत कैसे फैसला दे सकती है। उन्होंने मंत्री राजेश मूणत को जांच तक नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने के लिए कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी हो रहा है जल्दबाजी में किया जा रहा है और यहां कांग्रेस को बदनाम करने की साजिश की जा रही है।

इधर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने पुनिया के आरोपों पर पलटवाल करते हुए कहा कि खोए जनाधार को वापस प्राप्त करने के लिए कांग्रेस पार्टी अब गलत रास्ता अख्तियार कर रही है। फर्जी सीडी का मामला हो या भ्रष्टाचार के तथ्यहीन आरोप लगाकर सरकार को कटघरे में खड़ा करके जनता में अपनी विश्वसनियता कायम करना चाहती हैं, लेकिन जनता के बीच में इनका चेहरा उजागर हो गया है।

अब ये छत्तीसगढ़ में अपना अस्तित्व भी बचा नहीं पाएंगे। जब नकली सीडी की असली सीडी बाजार में आ गई, तो दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।इसके लिए किसी के प्रमाण की जरूरत नहीं है।

सीडीकांड को लेकर जो गर्माहट थी वो बरकरार है। सत्ता पक्ष हावी है, विपक्ष के तेवर तेज है, लेकिन दूसरी तरफ पत्रकार की गिरफ्तारी का मुद्दा है। जिस पर सरकार बैकफुट पर है और विपक्ष हावी है। दोनों मोर्चों पर पार्टियां लगी हैं।

मामला पुलिस से सीबीआई के पास पहुंच चुका है। ये पूरा घटनाक्रम एक पत्रकार की गिरफ्तारी के साथ शुरू हुआ और फिर सीडी के फर्जी होने के दावे के साथ खत्म हुआ। इस बीच शुरू से लेकर आखिरी तक ऐसे कई सवाल हैं, जिनका जवाब मिलना बेदह जरूरी है।