Loading...
अभी-अभी:

250 गायों की मौत के बाद जारी हुआ 'कारण बताओ' नोटिस

image

Aug 20, 2017

छत्तीसगढ़ के दुर्ग और बेमेतरा जिले में 250 गायों की मौत के मामले में राज्य के कृषि एवं पशुपालन मंत्री ने विभाग के नौ अफसरों को निलंबित कर दिया है। इतना ही नहीं इन अफसरों को 'कारण बताओ' नोटिस जारी कर उनसे जवाब भी तलब किया गया है। कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल हालांकि इन दिनों अध्ययन यात्रा के क्रम में इजराइल में हैं, लेकिन वे वहीं से इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं।

बता दें कि दुर्ग के धमधा विकासखंड के ग्राम राजपुर स्थित शगुन गौशाला, बेमेतरा जिले के साजा विकासखंड के ग्राम गोडमर्रा स्थित फूलचंद गौशाला और साजा क्षेत्र के ही ग्राम रानों स्थित मयूरी गोशाला में बड़ी संख्या में गायों की मौत हुई थी। इस मामले में मंत्री अग्रवाल ने पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. एसके पांडे को 19 अगस्त की सुबह तक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे। शनिवार सुबह रिपोर्ट आने के बाद पाया गया कि गौशालाओं में गंभीर अनिमितताएं थीं, बावजूद जिम्मेदार अधिकारी लापरवाह बने रहे।

कृषिमंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने दूरभाष पर कृषि सचिव को दुर्ग जिले के उपनिदेशक (पशुपालन) डॉ. एमके चावला, बेमेतरा के उपनिदेशक (पशुपालन) डॉ. एके सिंह, धमधा क्षेत्र के वीएएस डॉ. सत्यम मिश्रा व डॉ. भारतेश शर्मा, एवीएफओ एलएस सोरी, साजा क्षेत्र के वीएएस डॉ. एमएन झा, डॉ. पुष्पराज खटकर, एवीएफओ केके ध्रुव और एलडी चंद्राकार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।

दरअसल भाजपा नेता हरीश वर्मा के द्वार तीन गौशालाओं का संचालन किया जाता है. तीनों में गायों को पालने के नाम पर अनुदान लेकर गायों को मरने के लिए छोड़ दिया जाता है. हैरानी की बात है कि वर्मा को केवल फूलचंद गौशाला में पशुओं के पौष्टिक आहार के लिए साल 2015-16 में 20 लाख और 2016-17 में अब तक 10 लाख रूप का अनुदान मिल चुका है।