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जांजगीर चाँपाः जिले के खोखरा आदर्श गौठान में एक ही दिन में 9 गायों की मौत

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Sep 13, 2019

रवि गोयल – राज्य सरकार की महत्वकांशी योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी योजना के तहत गांव-गांव में राज्य सरकार ने ग्रामीण अर्थ व्यवस्था में सुधार लाने के लिए आदर्श गौठानों का निर्माण कराया गया, लेकिन जिम्मेदार लोग इन गौठानों में मवेशियों के लिए समुचित व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला जांजगीर चाम्पा जिले के नवागढ़ विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत खोखरा में सामने आया। आदर्श गौठान खोखरा में एक ही दिन में 9 गायों की मौत हो गई। गायों की मौत का कारण चारा की कमी को बताया जा रहा है।

लंबे समय से गौठान में रहने और चारा नहीं मिल पाने से गई गायों की जान

बताया जा रहा है कि गौठान में चार सौ से अधिक मवेशी करीब माह भर से दिन और रात में रहते हैं। ऐसे में मवेशियों के लिए चारे की कमी पड़ गई। जिसके चलते शारीरिक रूप से कमजोर 9 गायों की मौत हो गई। गौठान की देखरेख के लिए जिला प्रशासन के साथ-साथ ग्राम पंचायत की भी जिम्मेदारी है, लेकिन दोनों ही सरकार की महत्वकांछी योजना को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे। यही वजह है कि खोखरा के गौठान में एक दिन में ही 9 मवेशियों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इस गौठान में सप्ताह भर के अंदर 35 गायों की मौत हो चुकी है। खोखरा के गौठान में एक साथ इतनी संख्या में गायों की मौत की खबर मीडिया में आने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया।

गौठान में उजागर हुई बड़ी लापरवाही

मौके पर वेटनरी विभाग की टीम पहुँची। मृत गायों का पोस्टमार्टम कराया गया, साथ ही गौठान में मिले अन्य कमजोर गायों को इंजेक्शन लगाए गए। कलेक्टर जेपी पाठक और जिला पंचायत सीईओ तीर्थराज अग्रवाल भी गौठान पहुँचे और व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही गौठान की देखरेख में लगे जिम्मेदारों को फटकार भी लगाई। कुछ देर बाद ही गौठान में एक ट्रैक्टर पैरा का चारा भी पहुँच गया। अगर ये मुस्तैदी जिम्मेदारों ने पहले दिखाई होती तो शायद आज एक साथ 9 मवेशियों की मौत नहीं हुई होती। बहरहाल अब क्या आगे भी गोठनों में चारा-पानी और अन्य व्यवस्था दुरुस्त रहेगी या नहीं, यह देखने वाली बात होगी।