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पेंड्राः हिन्दू समाज की महिलाओं से विवाह कर उन्हें प्रताड़ित करना ही था उस शिक्षक का शौक

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Jul 8, 2019

विप्लव गुप्ता- शिक्षक शमशीर मंसूरी ने एक नहीं दो नहीं, पूरी 7 शादियां रचाई। अगर इसे लव जिहाद कहें तो, अति अतिशयोक्ति नहीं होगी। इन शादियों में 4 शादी शिक्षक ने हिंदू युवतियों से की है और उन्हें इतनी प्रताड़ना दी कि उन्हें मार-मार कर गर्भपात तक करा दिया। यातना प्रताड़ना के बाद 5वीं बीबी की शिकायत के बाद शिक्षक के करतूत का खुलासा हुआ। हालांकि पेण्ड्रा के कोटमी पुलिस चौकी ने मात्र प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर मामले को चलता कर दिया था।

एक और जहां तीन तलाक मामले में बड़ी बहस चल रही हो, वहीं मुस्लिम शिक्षक 1 नहीं, 2 नहीं, पूरी 7 शादियां करता है। भले ही मुस्लिम लॉ बहुविवाह को मान्यता देता हो, परन्तु हिंदू समाज में रहने वाली महिलाओं को बहला-फुसलाकर, अगर कोई मुस्लिम शादियां कर रहा है तो निश्चित ही यह उसकी घिनौनी सोच ही है, जो लगातार एक नहीं, कई महिलाओं की जिंदगी बर्बाद कर रहा है। उसके पीछे उसकी क्या मंशा होगी, यह तो पता नहीं, परंतु पीड़िता की बात माने तो वो है हैवान पति जिसे, महिलाओं को प्रताड़ना देने में खुशी मिलती है।

धोखे से महिला को बंधक बना कर करता रहा शारीरिक शोषण

मामला पेण्ड्रा थाने के कोटमी चौकी के देवरीकला में रहने वाली महिला ने जब आपबीती सुनाई तो एकबारगी यकीन ही नहीं हुआ कि आधुनिक समाज में भी ऐसा हो रहा है। पीड़िता की माने तो किराए के मकान की तलाश में एक दिन शमशीर उसके घर पहुँचा था। जहाँ उसे पता चला कि महिला अपने पति से अलग रहती है। उसके बाद शमशीर लगभग हर रोज उसके घर पहुंच जाता था। कभी पासपोर्ट साइज फोटो मांगता तो कभी उससे पूछता था कि तुम्हें कितना पेंशन मिल रहा है। कहां काम करती हो, क्या कमाती हो। युवक ने सुनीता का आधार कार्ड बनवाया, साथ ही राशन कार्ड भी बनवा दिया और उससे उसकी पासपोर्ट साइज फोटो मांग कर कहा कि तुम्हारी नौकरी लगवा दूंगा। ₹20000 महीने मिलने लगेंगे। युवती ने तो पहले उसे सरकारी मुलाजिम समझा, जो लोगों के राशन कार्ड बनवाने का काम करता होगा, पर युवक ने खुद को उसी के समाज का यादव बताया और शिक्षाकर्मी होने की बात कहते हुए उसे एक दिन अपने साथ बहला-फुसलाकर सरगुजा के भैयाथान विकासखंड के शिव प्रताप नगर ले गया। जहां उसने उसे अपने घर में बंद कर लिया और लगातार 10 दिनों तक रस्सियों से बांधकर उसका शारीरिक शोषण करता रहा।

पीड़िता को मिले कई शादियों के दस्तावेज

इस दौरान उसने युवती को लगातार यातनाएं और धमकी दी कि यदि मुझसे अलग हुई तो तेरी बेटी को खत्म कर दूंगा। दूसरी तरफ चतुराई से युवती के गुमशुदा होने की शिकायत गौरेला थाने में भी कर दी। इस दौरान युवती से चाकू की नोक पर बुलवा दिया कि मैं अपनी मर्जी से आई हूं या अपहरण नहीं हुआ है। बाद में उसे अपने साथ पेंड्रा कोटमी चौकी के देवरी कला लेकर आ गया, जहां पहले किराए के मकान में रहता था। बाद में उसने खुद की जमीन खरीदकर एक मकान बनाकर उसके साथ रहने लगा। धीरे-धीरे युवती को पता चला कि युवक मुस्लिम समुदाय का शमशीर मंसूरी है जो शिक्षाकर्मी है। बाद में यह भी पता चला कि युवक की एक और बीवी है, जो सूरजपुर में कहीं रहती है। कुछ दिनों बाद शमशीर ने अपना स्थानांतरण सूरजपुर करा लिया। इस दौरान युवती को लेकर शमशीर वापस शिवप्रसाद नगर गया। वहीं युवती को उसके घर से शादियों के कई दस्तावेज मिले। जिसके बाद विवाद शुरू हुआ। युवती की माने तो उसने पचासों शादियां की है और उनमें से आधा दर्जन शादियों के दस्तावेज उसने खुद देखे हैं। जिनमें से एक को छोड़कर बाकी सभी हिंदू है।

पीड़िता का दो बार पीट-पीट कर गर्भपात कराने का भी है आरोप

पीड़िता को मिला कर दो और शादियों के दस्तावेज उसके पास अभी भी मौजूद हैं। साथ ही पांच युवतियों की फोटो है पर उनके दस्तावेज नहीं है क्योंकि उसने उससे सभी दस्तावेज छीन कर जला दिया। युवती ने एक रस्सी भी दिखाई, उसके अनुसार इसी रस्सी से वह उसे बांधकर मारा करता था। इस दौरान पिछले 2 सालों में युवती दो बार गर्भवती भी हो गई, जिसमें शमशीर ने उसे एक बार दवाई देकर तो दूसरे बार गर्भाशय को लात से कुचलकर गर्भपात करा दिया। लगातार गर्भपात कराने और दर्जनों शादियों के सबूत देखने के बाद, युवती की शमशीर के साथ अनबन होने लगी। एक दिन रात में उसके सामान बाहर फेंकते हुए शमशेर ने उसे घर से बाहर निकालने की कोशिश की। इसी दौरान युवती ने इसकी सूचना 112 को दी जिसके बाद 112 पुलिस ने उसे पकड़कर कोटमी चौकी के हवाले कर दिया। जहां पुलिस ने उसे परिवार परामर्श केंद्र भेज दिया। युवती के अनुसार वहां से चौकी तक लगातार पुलिस वालों को रुपए देकर उसने पूरा मामला रफा-दफा करा लिया।

युवती के पास मौजूद दस्तावेज के अनुसार उसने गौरेला के सारबहरा की एक गुप्ता युवती से 2 मई 2015 में, कोरिया की साहू समाज की युवती से 8 जुलाई 2013 को जबकि पीड़ित सुनीता से 5 नवम्बर 2018 को शादी का अनुबंध किया। जबकि एक और पत्नी देवरीकला में घर के बाहर बैठी हुई है, वहीं पहली पत्नी अंबिकापुर में शिक्षाकर्मी है।

शिक्षक और इतने घिनौने कृत्य करने वाले आरोपी पर पुलिस की मामूली प्रतिबंधात्मक कार्यवाही

आधा दर्जन से अधिक शादी करने वाला यह युवक शमशीर मंसूरी काफी शातिर है। परिवार परामर्श केंद्र में विवाद होने के बाद शमशीर ने वहां सुनीता यादव से एक नोटरी में शपथ पत्र देते हुए अनुबंध कर लिया कि वे दोनों पति-पत्नी के रूप में रह रहे हैं और वह उसके भरण पोषण का खर्च उठाएगा। इसके बाद उसे लेकर वापस कोटमी चौकी के देवरीकला आ गया, पर पुलिस में शिकायत के बाद से शमशीर सुनीता से पीछा छुड़ाने की कोशिश में जुट गया। जिसके बाद एक दिन रात में 12:00 बजे कुछ लोगों को बुलाकर उसका सामान बाहर फेंककर उसे घर से निकालने लगा, पर युवती ने इसकी शिकायत 112 को कर दी। जिसके बाद 112 पुलिस ने उसे पकड़कर कोटमी चौकी पुलिस के हवाले कर दिया। जहां पुलिस ने उस पर प्रतिबंधात्मक धारा 151 में कार्यवाही कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली।

अब जबकि पुलिस को इस बात की जानकारी लगी कि खबर मीडिया तक पहुंच चुकी है और शमशीर के आधा दर्जन से ज्यादा युवतियों से शादी होने के सबूत युवती के पास हैं तो पुलिस उस पर आगे शिकायत के बाद आईपीसी की धाराओं में कार्यवाही करने की बात कह रही है। पेशे से शिक्षक और इतने घिनौने कृत्य करने वाले आरोपी पर पुलिस की मामूली प्रतिबंधात्मक कार्यवाही पुलिस पर भी सवालिया निशान खड़ा कर रही है। बहु विवाह करने वाला शमशीर ने कई महिलाओं की जिंदगी बर्बाद की है। यह लव जिहाद हो या ना हो यह तो जांच का विषय है, इस पर IPC के विभिन्न धाराओं पर मामला दर्ज कर कानूनी दण्डात्मक कार्यवाही होनी चाहिये।