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अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से फैली सनसनी, मौत की वजह स्पष्ट नहीं

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Feb 24, 2019

डब्बू ठाकुर- कोटा थाना अंतर्गत घोंघा-जलाशय के बांध के पास अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई। कोटा पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार घोंघा जलाशय कोरी बांध के पास रहने वाले स्थानिय ग्रामीण द्वारा कोटा थाने में सूचना दी गई, कि सिंचाई विभाग के कार्यालय के पास बनी चौपाटी जैसी जगह के नीचे हिस्से में एक व्यक्ति की लाश पड़ी है। सूचना मिलते ही कोटा पुलिस द्वारा तत्परता दिखाते हुए शव को कब्जे में लेकर शव को लाकर मरचुरी में रखा गया है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा मौत की वजह

मिली जानकारी के अनुसार, कोटा पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कर दी ही है। चूंकि शव की हालत काफी खराब हो चुकी थी, इसलिए शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि मौत की वजह क्या हो सकती है। फिलहाल शव की हालत को देख कर ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि शव तीन-चार दिन पुरानी है। शव को कीड़े के साथ कुछ जानवरों ने भी नुकसान पहुचाया है। शव को देखकर प्रथम दृष्ट्या हत्या कर शव को ठिकाने लगाने यहां पर फेंका गया है, ऐसा प्रतीत होता है। फिलहाल कोटा पुलिस भी स्पस्ट नहीं कर पा रही है कि ये हत्या है, या फिर कुछ और।

इस तरह की घटना से लोगों में डर की भावना

घोघा जलाशय पर्यटन क्षेत्र होने के कारण और आसपास जंगल होने की वजह से पर्यटकों का काफी आना जाना लगा रहता है। इधर इस समय कोटा थाना अंतर्गत बेलगहना चौकी के आसपास के क्षेत्र अपराधियों के लिए सुरक्षित ठिकाना बनता जा रहा है। इस खूबसूरत जगह जहां पर अपने परिवार के साथ दोस्तों के साथ लोग यहां घूमने आते हैं। ऐसी जगहों पर इस तरह की घटना से लोगों में डर की भावना बनती जा रही है। अपराध करने वाले अपराधियों की नज़र इस खूबसूरत इलाके पर लग गई है। इससे पूर्व भी कई अज्ञात शवों व नर कंकाल के मिलने से कोटा नगर व आसपास के क्षेत्रों में सनसनी फैल गई थी, पर कोटा के इलाके में लगातार हो रही इस तरह की घटना से शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों के मन में डर का माहौल है।

सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही भी देती है दिखाई

कुछ दिनों पहले ही ग्राम अमने में बिलासपुर के एक नवयुवक की हत्या कर शव को ज़मीन में दफना दिया गया था। इस पूरे मामले में कहीं ना कहीं सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही भी उजागर करती है। इससे पहले घोघा जलाशय में डूब कर मौत व अन्य दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। उसके बावजूद भी सिंचाई विभाग के अधिकारी कर्मचारियों द्वारा सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए जाते, ना ही किसी भी तरह की सतत मॉनिटरिंग की जाती है। उसके अलावा अगर कोई घटना हो जाए तो उसकी जानकारी सिंचाई विभाग के अधिकारी या कर्मचारी नहीं देते। वहां पर रहने वाले स्थानीय लोग इस तरह की होने वाली घटनाओं की सूचना देते हैं, जो कि पूरी तरह गलत है। एक तरह से यह पूरा इलाका अपराध करने वाले अपराधियों का गढ़ बनता जा रहा है।