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मूर्तिकार सुनील कुमार कुशवाहा- विष्णुजी के अवतार को बर्फ पर उकेर कर जीते कई विदेशी अवार्ड, लहराया भारत का पंचम

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Feb 24, 2019

नवीन मिश्रा- अगर इंसान चाहे तो उसके लिए कुछ भी मुश्किल नहीं है। यही चाह सिगरौली के एक युवक को सिंगरौली से अमेरिका, जापान, चाइना, कनाडा, इटली तक पहुंचा दिया। जहां उसने माइनस तीन डिग्री पर भारत की कामयाबी के झंडे गाड़ दिए। सुनील ने जापान और चाइना में भारत की संस्कृति को बर्फ की सिल्लिओं में विष्णुजी के पशु अवतार नरसिंह देव व गरूढ देव की मूर्ति को उकेर कर अद्भुत दृश्य सजा दिया।

सिंगरौली से पहले जापान और चाइना

ऐसी ही कामयाबी हासिल की है सिंगरौली के सामान्य परिवार में जन्मे सुनील कुमार कुशवाहा ने। जिले के कचनी इलाके के रहने वाले एनसीएल कर्मी के पुत्र सुनील कुशवाहा बचपन से ही मूर्ति कला के प्रति आकर्षित होते रहे हैं। बचपन में मिट्टी की मूर्ति बनाने से सिलसिला शुरू हुआ, तो फिर पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। मूर्ति कला को आगे बढ़ाते हुए स्नो कल्चर प्रतियोगिता यानी बर्फ में मूर्ति बनाने की कला ने सुनील को जापान और चाइना तक पहुंचा दिया। इस साल आयोजित हुई स्नो कल्चर प्रतियोगिता में सुनील अपनी 2 सदस्य टीम के साथ पहले जापान गए और फिर वहां से चाइना गए, जहां उन्होंने स्नो कल्चर प्रतियोगिता में भाग लिया और भारत का परचम लहराया। जापान में आयोजित स्नो कल्चर प्रतियोगिता में सुनील की टीम ने जो मूर्ति बनाई उसे प्रथम पुरस्कार मिला। इसके अलावा जापान में भी इनकी कला को बेहद सम्मान की नज़र से देखा गया।

स्पॉन्सर नहीं मिलने के कारण कनाडा और इटली जाना नहीं हो पाया

बेटे की इस कामयाबी को लेकर सुनील कि माँ बेहद खुश है। हो भी क्यों ना क्योंकि जो मां खुद कभी स्कूल ना गई हो और उसका बेटा विदेशों में जाकर देश का नाम रोशन करे, तो ऐसी मां को गर्व होगा ही है। हालांकि इस मामले का एक काला पहलू यह भी है कि सुनील के अंदर इतनी बड़ी काबिलियत और हुनर है जिसके दम पर सुनील अमेरिका-चीन-जापान जैसे कई देशों में जाकर स्नो कल्चर प्रतियोगिताओं में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है। इसके बाद भी स्थानीय स्तर पर सुनील को आज भी मदद की दरकार है, जो अब तक नहीं मिली है जिसका दर्द भी सुनील ने बयां किया।