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जगदलपुरः भूपेश बघेल अपने दो दिवसीय प्रवास पर, विभिन्न विकास कार्यों का किया शिलान्यास व भूमि पूजन

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Aug 16, 2019

आशुतोष तिवारी- प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल अपने दो दिवसीय प्रवास पर जगदलपुर पहुंचे हुए हैं। कल दोपहर दंतेवाड़ा में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री देर शाम जगदलपुर पहुंचे। जहां उन्होंने शहर के सिरहसार भवन में नगर निगम के अंतर्गत अमृत योजना के तहत करोड़ों रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास व भूमि पूजन किया। जिसमें मुख्य रूप से 65 करोड़ की लागत से शहर के बालिकोटा में बन रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जगदलपुर नगर निगम के अंतर्गत अमृत योजना के तहत बालीकोटा में बन रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से न सिर्फ शहरों से निकलने वाले गंदे पानी का फिल्टर होगा। बल्कि प्लांट से शुद्ध होकर यह पानी इंद्रावती नदी में मिलेगा, जिससे इंद्रावती नदी को प्रदूषित होने से बचाया जा सकेगा।

इंद्रावती विकास प्राधिकरण का गठन भी किया गया

मुख्यमंत्री ने 65 करोड़ रु की लागत से बन रहे इस प्लांट के लिए नगर निगम को बधाई दी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जिस तरह गर्मियों के दिनों में बस्तर की प्राणदायिनी इंद्रावती नदी सूख जाती है। जिसे देखते हुए इंद्रावती विकास प्राधिकरण का गठन भी किया गया है। वही बारिश के दिनों में जगदलपुर शहर के निचली बस्तीया लबालब बारिश के पानी से डूब जाती है, और बाढ़ जैसे हालात बन जाते है ये दोनों ही बड़ी समस्या है। लेकिन इंद्रावती नदी में 12 महीनों पानी रहे जिससे बस्तर वासियों को जल संकट से जूझना ना पड़े इसके लिए जल्द ही इंद्रावती नदी के मामले में उड़ीसा सरकार से बातचीत की जाएगी। 

65 करोड़ की लागत से बन रहा है सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ दिन पूर्व ही प्रदेश के मंत्री से इस मामले को लेकर चर्चा की गई है और अब उड़ीसा सरकार से इस मसले को लेकर जल्द ही बात की जाएगी। ताकि इस समस्या का समाधान हो सके। मुख्यमंत्री ने 65 करोड़ की लागत से बन रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के भूमि पूजन के साथ ही शहर के अलग-अलग तीन जगहों में लगभग 70 लाख रुपये की लागत से बन रहे उद्यान का भी भूमि पूजन किया व अन्य विकास कार्यो का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री अपने बस्तर प्रवास के दूसरे दिन जिले के तोकापाल ब्लॉक और चित्रकोट में विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। साथ ही सुपोषण कार्यशाला में शामिल होने के साथ ग्रामीण आदिवासियों को वन अधिकार पट्टा वितरण व ग्रामीण अंचलों में प्रस्तावित विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास व भूमि पूजन करेंगे।