Sep 27, 2018
सुशील सलाम - ऑनलाइन द्वारा बिक्री को लेकर अब दवा विक्रेता संघ के द्वारा मोर्चा खोल दिया है दवा विक्रेताओं ने ऑनलाइन दवा बिक्री के विरोध में 28 सितंबर को दवा दुकाने बंद रखने का निर्णय लिया है भारत सरकार ने 28 अगस्त को एक आदेश जारी किया था जिसमे ऑनलाइन दवा बिक्री को नियमित करने कहा गया है। जिसके विरोध में आल इंडिया केमिस्ट एसोसियन ने मोर्चा खोला है।
दवा विक्रेताओं ने चर्चा के दौरान बताया कि ऑनलाइन दवा को नियमित करने से न केवल दवा व्यवसाय पर फर्क पड़ेगा बल्कि यह लोगो के स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक है दवा विक्रेताओं का आरोप है कि ऑनलाइन दवा व्यापार में बिना किसी जवाबदारी के दवा के पर्चे को परखे बिना दवाई भेजी जाती है एम टीपी किट, सिडनेफिल, कोडीन जैसी आदत डालने वाले दवाई को रजिस्टर्ड मेडिकल प्रेक्टिशनर के पर्चे के बिना ही भेज दिया जाता है।
इसके साथ ही पुरानी पर्ची और बनावटी पर्ची पर भी बिना जांच दवाई ऑनलाइन भेजे जाने का आरोप लगाया गया है। जिसके चलते ऑनलाइन दवा बिक्री को तत्काल प्रभाव से बंद किये जाने की मांग दवा विक्रेताओं ने रखी है।