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जगदलपुरः चित्रकोट विधानसभा के चुनावी दंगल, प्रचार में जुटे प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी

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Oct 13, 2019

आशुतोष तिवारी - चित्रकोट विधानसभा के चुनावी दंगल में भाजपा कांग्रेस के साथ ही जोगी प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगने जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी भी कूद पड़े हैं। जगदलपुर पहुंचे अमित जोगी ने आज प्रेस वार्ता लिया। जोगी ने दंतेवाड़ा उपचुनाव के नतीजों पर सवाल उठाते हुए चित्रकोट विधानसभा उपचुनाव में निष्पक्ष चुनाव की मांग आयोग से की है।

अमित जोगी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सत्ता में है और इस वजह से चुनाव आयोग के नियमों की धज्जियां उड़ा रही है। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता कल चित्रकोट विधानसभा के बड़े किलेपाल में ग्रामीण महिला मतदाताओं को साड़ी बांटते नजर आए। बकायदा कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता साड़ी के बंडल लेकर महिला मतदाताओं को प्रलोभन दे रहे थे। जिसकी सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जब उन्हें पकड़ना चाहा तो साड़ी के बंडल छोड़कर कांग्रेसी कार्यकर्ता वहां से फरार हो गए। अमित जोगी ने कहा कि सत्ता का रौब दिखाते हुए कांग्रेसी भोले भाले मतदाताओं को लालच देकर अपने पक्ष में वोट मांगने की अपील कर रहे हैं जो कि सरासर गलत है और इसके लिए कांग्रेस के नेताओं को चित्रकोट के ग्रामीण मतदाताओं से साड़ी के लिए सॉरी बोलना चाहिए। अमित ने कहा कि कांग्रेस के इस हरकत के लिए जनता कांग्रेस चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करेगी और कार्रवाई की मांग करेगी।

अमित जोगी ने दंतेवाड़ा उपचुनाव के नतीजों को लेकर भी कांग्रेस को घेरा

इसके अलावा अमित जोगी ने दंतेवाड़ा उपचुनाव के नतीजों को लेकर भी कांग्रेस को घेरा है। अमित जोगी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस स्थानीय पुलिस का दंतेवाड़ा चुनाव में भरपूर इस्तेमाल किया है। कांग्रेस के बड़े नेताओं ने जानबूझकर सेंट्रल फोर्स की ड्यूटी रोड ओपनिंग पार्टी और ऐसे क्षेत्र में लगाई, जहां पोलिंग बूथ है ही नहीं। वहीं स्थानीय पुलिस की ड्यूटी मतदान केंद्रों में लगाई, जहां स्थानीय पुलिस की मदद से मतदान में आराम से फर्जीवाड़ा किया जा सके। लेकिन चित्रकोट के उपचुनाव में चुनाव आयोग से मांग किया जाएगा कि यहां के मतदान केंद्रो में सेंट्रल फोर्स को मतदान केंद्रों की सुरक्षा का दायित्व सौंपा जाये। स्थानीय पुलिस को मतदान केंद्रों से दूर रखा जाये। इसके अलावा जिस तरह से सरकार ने शासकीय कर्मचारियों का राजनीतिकरण कर चुनाव में भरपूर उपयोग किया है, जिसे देखते हुए चित्रकोट के उपचुनाव में चारों विकासखंड के अधिकारियों को पूरे चुनाव प्रक्रिया के दौरान दूर रखा जाए और अन्य जिले के अधिकारियों को पीठासीन अधिकारी का जिम्मा सौंपा जाए। इसकी मांग भी चुनाव आयोग से की जाएगी ताकि चित्रकोट का उपचुनाव निष्पक्ष रुप से सम्पन्न हो सके।