Dec 12, 2019
डब्बू ठाकुर - कोटा रेंज के अंतर्गत आने वाले वन विकास निगम के जंगलों में हरे भरे परिपक्व वृक्षों की अवैध कटाई हो रही है। पूरा जंगल चोरों व तस्करों के हवाले नजर आता है। आपको बता दे पूरा मामला वन विकास निगम रेंज कोटा के दवनपुर दानोखार के 169 कक्ष क्रमांक का है। जहां पर बेशकीमती सागौन के परिपक्व वृक्षों की अवैध कटाई की गई है। वनों की सुरक्षा के लिए रेंज अफसर, डिप्टी रेंजर, बीट गार्ड और चौकीदार हैं, किंतु ग्रामीणों के कथनानुसार निगम के अधिकारी आते ही नहीं। इसलिये रात में सागौन के तस्कर आरी लेकर पेड़ों को काटकर ले जाते हैं। ये सब अधिकारी और तस्करों की मिली भगत से होता है। ग्रामीणों का आरोप है कि रात की बात छोड़िये ये अधिकारी दिन में भी नहीं आते।
वन-विकास निगम के अधिकारियों की मिली भगत
वन-विकास निगम के अधिकारियों का कहना है कि वे बराबर जंगल पर निगाह रखे हुये हैं और निरंतर गश्त पर रहते हैं। उसके बावजूद वन-विकास निगम के जंगलों में इन दिनों दिनदहाड़े इमरती लकडी के चोर और तस्करों द्वारा लकड़ियों की अवैध कटाई की जा रही है। दूसरी तरफ वन-विकास निगम के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा उड़नदस्ता की टीम बनाकर चार पहिया वाहनों में जंगलों में गस्त किये जाने की बात कही जा रही है। सवाल उठना लाजिमी है कि उसके बाद भी सागौन जैसी इमारती लकड़ियों की आरे से अवैध कटाई कैसे हो रही है। गश्त के बाद भी अवैध कटाई पर अंकुश लगाने में उड़नदस्ते की टीम नाकाम साबित क्यों हो रही है?