Loading...
अभी-अभी:

दुर्गः चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से जज के खिलाफ किया प्रदर्शन

image

Jul 13, 2019

चंद्रकांत देवगन- न्याय के मंदिर माने जाने वाले न्यायलय में आज न्यायधीश के खिलाफ ही वहां के चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से मोर्चा खोल दिया। न्यायलय के सामने ही जमीन पर बैठकर न्यायाधीश के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दरअसल जिला न्यायलय में 9th ADJ स्मिता रत्नावत ने अपने भृत्य सदानंद यादव को अपने बंगले में भी ड्यूटी जाने का निर्देश दिया था, जिसे उसने इनकार कर दिया। जिस पर न्यायधीश ने आदेश ना मानने पर 4 घंटे कोर्ट के भीतर ही एक स्थान में खड़े रहने की सजा सुनाई। जिसे मानकर भृत्य खड़ा रहा। कुछ घंटे बाद उसे चक्कर आने लगा और वो जमीन पर गिर गया। उसके मुंह से झाग निकलने लगा। कोर्ट के भीतर होने पर किसी ने उसे उठाने की जरूरत नहीं की। तब अधिवक्ताओं ने उसे उठाकर प्राइवेट गाडी से ले जाकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया। ADJ के इस रेवैये से नाराज जिला न्यायलय के सभी भृत्यों ने मिलकर मोर्चा खोल दिया।

नेशनल लोक अदालत का भी चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ करेंगे बहिष्कार

पूर्व में भी स्मिता रत्नावत के बंगले पर भृत्य इतवारी साहू की मौत होने की जांच की मांग करते हुए कड़ी कार्यवाही की भी मांग की है। अधिवक्ताओं के साथ चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ की जिला सत्र न्यायाधीश के साथ चर्चा हुई जो विफल रही। उसके बाद बाहर निकल सभी ने फिर से नारेबाजी करते हुए परिसर का घेराव कर दिया। इस बीच पुलिस के बल को देख अधिवक्ताओं ने नाराजगी जाहिर करते हुए प्रदर्शन होने के बाद चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से दुर्ग सिटी कोतवाली में ADJ के खिलाफ शिकायत भी दर्ज करवाई। चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि न्यायलय में ड्यूटी के बाद और पहले न्यायाधीश के बंगलों पर भी उनके निजी कार्यों को कराया जाता है जिसे बंद करना चाहिए। नेशनल लोक अदालत का भी चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ ने बहिष्कार किये जाने की बात कही है।