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महासमुंदः सैकडों मजदूरों को पिछले दो महीने से नहीं मिली मजदूरी, लगा रहे इंसाफ की गुहार

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Jun 13, 2019

रेख राज- महासमुंद जिले में विपणन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी की लापरवाही एवं प्लेसमेंट एजेंसी के मनमानी रवैये के कारण सैकडों मजदूरों को पिछले दो माह से मजदूरी नहीं मिली है। जिसके कारण मजदूर साहूकारों से कर्ज लेकर जीवन यापन करने को मजबूर हैं। घर की आर्थिक स्थिति खराब होती देख, धान संग्रहण केन्द्र के मजदूर अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गये हैं। जहां मजदूर प्लेसमेंट एजेंसी पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं। वहीं विपणन विभाग के आला अधिकारी ठेकेदार को अप्रैल तक का भुगतान कर देने का दावा कर रहे हैं।

मजदूर अपनी मजदूरी के भुगतान के लिए बैठे हैं हड़ताल पर

महासमुंद जिले के धान संग्रहण केन्द्र तुमाडबरी के मेन गेट पर चिलचिलाती धूप में सर पर गमछा डाले नारेबाजी करते वे मजदूर हैं, जो अपनी मजदूरी के भुगतान के लिए हड़ताल पर बैठे हैं, पर इनका दर्द सुनने वाला कोई नहीं हैं। आपको बता दें कि महासमुंद जिले में पांच धान संग्रहण केन्द्र हैं और इन पांच संग्रहण केन्द्रों में 166 मजदूर, मजदूरी करते हैं। शासन के नियमानुसार फरवरी 2019 के पहले इन मजदूरों को भुगतान विपणन विभाग करता था, परन्तु फरवरी 2019 से विपणन विभाग ने ठेका प्लेंसमेंट एजेंसी मेसर्स एक्समेन सिक्यूरिटी सर्विसेस बिलासपुर को दे दिया। नियमानुसार एक मजदूर को पीएफ, बीमा काटकर 7357 रूपये प्रति माह मजदूरी मिलती थी। मगर प्लेंसमेंट एजेंसी मनमानी रवैये अपनाते हुए एक मजदूरों को 5 से 6 हजार का ही भुगतान एक माह में कर रही है। हद तो तब हो गई जब शासन से पैसे लेने के बाद भी ठेकेदार ने दो माह से मजदूरों को उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं किया। मजदूरी नहीं मिलने से आक्रोशित मजदूर अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गये हैं। मजदूरों का कहना है कि प्लेसमेंट एजेंसी मनमानी कर रही है और जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती वो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर काम बंद कर बैठेगें।