Aug 21, 2019
चंद्रकांत देवगन- कल सुबह स्कूल वैन से 4 वर्षीय बच्चे मौलिक साहू का स्कूल जाते समय 3 नक़ाबपोश बदमाशों ने पद्मनाभपुर से अपहरण कर लिया था, जिसको देर रात पुलिस ने महज़ 17 घंटे में कड़ी मेहनत करके राजनांदगाँव से सुरक्षित बरामद कर, उसके माता-पिता के हवाले कर दिया। अपहरणकर्ता मौलिक साहू को राजनांदगाँव के सोमनी क्षेत्र में छोड़कर कर फ़रार हो गए। इस काम के लिए पूरे दुर्ग पुलिस की टीम चारों ओर घेरा बंदी कर दिया था। सूत्रों के हवाले से पता चला आरोपी दबाव में आकर मौलिक को छोड़कर फ़रार हो गए है। दुर्ग पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गयी है।
परिजनों ने पुलिस और मीडिया का किया धन्यवाद
देर रात करीब 2 बजे पुलिस ने बच्चे को परिजनों को सौप दिया। अपने कलेजे के टुकड़े के वापस आने के बाद माता-पिता के उदास चेहरे पर खुशी लौट आई है। बेटे के गम में रो-रो कर बुरा हाल होने वाले आंखों में खुशी के आंसू भर गए है। परिवार वाले मौलिक के आने से खुश हैं। पुलिस और मीडिया की भूमिका की सराहना कर रहे हैं। जिसकी वजह से उनका बच्चा उन्हें वापस मिल सका। पिता का कहना था कि बेटे के अपहरण होने के बाद उनका हाल बेसुध था। उन्होंने अपने बेटे के लिए भगवान से कई मिन्नतें मांगी थी। अब जाकर भगवान ने उनकी सुनी। वहीं पुलिस ने जिस तरह से चाक चौबंद व्यवस्था की थी, उसे देखकर उम्मीद थी कि अपहरणकर्ता बच्चे को लेकर ज्यादा दूर नहीं भाग सकते।
अपह्रत बच्चे ने बताया कि अपहरणकर्ताओं में एक महिला भी थी
वहीं मासूम से मौलिक ने अपनी माँ के आँचल से लिपटकर उनके प्रश्न पर कहा कि उसे गंदे भैया लोग उठा कर ले गए थे। साथ में एक आंटी भी थी, जिसने उसे डांट भी लगाई। वहीं उसे वो लोग किसी कमरे में रखे थे। मासूम को तो शायद यह तक नहीं पता कि उसका अपहरण हुआ था। बहरहाल खबर लिखे जाने तक पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है, पर सूत्रों के मुताबिक पुलिस के हाथ कुछ सुराग जरूर लगे हैं, जिससे वो आरोपियों की जल्द ही गिरफ्तारी कर सकती है। इस पूरे मामले में एसपी पाण्डेय ने लगभग 8 टीआई की एक टीम बना कर चारों ओर लगा दिया था। सम्भवतः आज तक पुलिस पूरे मामले का ख़ुलासा करेगी।