Loading...
अभी-अभी:

एटीएम ठगी के मामले को सुलझाने में पुलिस को मिली सफलता

image

Feb 20, 2019

ओम शर्मा- एटीएम ठगी के कई मामलों में पुलिस को बड़े दिनों से ठागों की तलाश थी। अब जाकर राजधानी पुलिस को एटीएम ठगी के मामले को सुलझाने में सफलता मिली है। पुलिस ने ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गए आरोपी इतने शातिर हैं कि वे वारदात को अंजाम देने के लिए बुजुर्गों को मदद के नाम पर शिकार बनाते थे। पुलिस के अनुसार, आरोपी पिछले पांच साल से एटीएम ठगी की घटना को अंजाम देते आए हैं। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने रायपुर में 5 और बिलासपुर जिले में 7 वारदात को अंजाम देना स्वीकार कर लिया है। गिरफ्तार किये गए आरोपियों का नाम विनोद गौतम और अजीमुल अली है। दोनों ही आरोपी गुड़गांव उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं।

सीधे-सादे और बुजुर्गों को बनाते थे अपना शिकार

बताया जा रहा है कि आरोपी बेहद शातिर हैं। ये अपनी पहचान छिपाने के लिए चेहरे को टोपी और रुमाल से छिपाए रखते थे। इसी हालत में वे एटीएम के अंदर दाखिल होकर पैसा निकालने पहुंचते थे और सीधे-सादे और बुजुर्गों को अपना शिकार बनाते थे। ये आरोपी मदद करने के बहाने एटीएम आए लोगों को झांसे में लेकर, एटीएम का पासवर्ड जानकर, कार्ड बदल देते थे। पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपी विनोद गौतम ने ठगी के पैसे से दिल्ली के दिलशाद गार्डन में 35 लाख रुपये का मकान खरीदा है। इसके अलावा आरोपी इन पैसों से 5 बहनों की शादी भी कर चुका है और अब आरोपी खुद भी शादी करना चाहता था। इसके लिए उसने 2 महीने के भीतर 1 करोड़ रुपये इसी तरह ठगी से कमाने की योजना बनाई थी। लेकिन इससे पहले की वह अपनी इस योजना में कामयाब हो पाता, राजधानी पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

लोगों में जागरूकता की कमी के चलते ही ठग देते हैं वारदातों को अंजाम

दरअसल 14 फरवरी को शहर के खमतराई थाने में प्रियंका नाम की महिला ने एटीएम ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद पुलिस ने एटीएम का सीसीटीवी फुटेज निकलवाया और फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जिससे पूछताछ में इस गिरोह का खुलासा हो पाया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इनसे पूछताछ के बाद गिरोह में शामिल और भी लोगों की गिरफ़्तारी रायपुर पुलिस के द्वारा की जा सकती है। रायपुर एसएसपी आरिफ शेख ने बताया की लोगों में जागरूकता की कमी के चलते ही ऐसे गिरोह, इस तरह की वारदातों को अंजाम देने में कामयाब हो पाते हैं। केवल अशिक्षित ही नहीं बल्कि पढ़े लिखे लोग भी आसानी से इनके झांसे में आ जाते हैं। उन्होंने बताया की लोगों में जागरूकता लाने के लिए रायपुर पुलिस के द्वारा जल्द ही अभियान भी चलाया जाएगा, ताकि इस तरह के मामलों में कमी आए वहीँ शहर के ऐसे इलाकों को चिन्हांकित कर वहां भी विशेष अभियान चलाने की बात रायपुर एसएसपी ने कही है।