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महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों को देखते हुए "स्पेशल सेल फॉर क्राइम मॉनिटरिंग अगेंस्ट वूमेन" का गठन

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Dec 11, 2019

आशीष तिवारी : महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधिक मामलों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस मुख्यालय में स्पेशल सेल फॉर क्राइम मॉनिटरिंग अगेंस्ट वूमेन का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के बाद डीजीपी डीएम अवस्थी ने इस सेल के गठन की योजना तैयार कर इसे तत्काल प्रभाव से शुरू किया है। इस सेल के जरिए महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराध जैसे हत्या, बलात्कार, छेड़छाड़, एसिड अटैक और दहेज प्रताड़ना जैसे प्रकरणों की मानिटरिंग की जाएगी। डीआईजी नेहा चंपावत इस सेल की प्रभारी बनाई गई हैं। डीजीपी ने सभी जिलों में सेल गठित करने के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने अपने निर्देश में कहा है कि राजपत्रित स्तर के पुलिस अधिकारी को नोडल इंचार्ज बनाया जाए।

प्रत्येक 15 दिन में सेल की कार्यवाही की समीक्षा
जिले में गठित सेल के द्वारा प्रतिदिन महिलाओं के विरूद्ध घटित अपराधों की विवेचना की  प्रोग्रेस रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय भेजी जायेगी। डीजीपी डी एम अवस्थी ने बताया कि पीड़ित महिला जिले में गठित सेल में प्रभावी कार्यवाही ना होने पर पुलिस मुख्यालय में गठित सेल के हेल्प लाईन नम्बर 9479191667 और ईमेल आईडी smcphq@gmail.com पर संपर्क कर सकती हैं। डीजीपी ने कहा है कि वे खुद प्रत्येक 15 दिन में सेल की कार्यवाही की समीक्षा करेंगे। इधर राज्य में बढ़ते अपराधों को लेकर डीजीपी डीएम अवस्थी ने आज बड़े पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉंफ्रेंस करते हुए नाराजगी जाहिर की। डीजीपी ने सख्त लहजे में सभी रेंज के आईजी-एसपी को अपराधों की रोकथाम और उनके निराकरण जल्द से जल्द करने के निर्देश दिए हैं।

आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश
डीजीपी ने बलरामपुर के राजपुर में महिला के साथ रेप और हत्या के बाद अब तक पहचान नहीं होने पर भी नाराजगी जताते हुए जल्द से जल्द निराकरण कर आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए है। सभी रेंज के आईजी और एसपी को महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध पर संजीदा रहने को कहा और तत्काल एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी करने पर बल दिया। इसके साथ ही सभी अधिकारियों को सभी थानों का माहौल सुधारने के भी निर्देश दिए है। डीजीपी डी एम अवस्थी ने कहा है कि प्रदेश के थानों में जितने भी पेंडिंग मामले हैं, उनका निराकरण 31 दिसंबर तक कर दिया जाए।