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कोरबाः कुत्ते की वफादारी, भालू से बचाई मालिक की जान

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Apr 5, 2019

मनोज कुमार यादव- जंगल में महुआ बीने गए ग्रामीण पर एक भालू ने हमला कर दिया। संयोग से ग्रामीण के साथ उसके 2 पालतू कुत्ते भी थे। कुत्तों ने भालू पर हमला कर किसी तरह उसे भगाने के लिए विवश कर दिया। कुत्तों के कारण ग्रामीण की जान तो बच गई लेकिन भालू ने उसे जख्मी जरूर कर दिया। भले ही यह बात भालू और कुत्ते की एक कहानी जैसी लगती हो, पर हकीकत में इस कहानी में कुत्ते की वफादारी से एक युवक की जान बच गई।

ऐसे बचाई वफादार कुत्तों ने मालिक की जान

रजगामार केरवा में 25 वर्षीय युवक कीर्तन राम रहता है। कीर्तन राम को बचपन से ही पशु पक्षी और पालतू जानवरों से बहुत लगाव है। घर पर उसने पशु, पक्षी और पालतू जानवर भी पाल रखा है। कीर्तन की दैनिक दिनचर्या इन से ही शुरू होती है। कीर्तन घर पर पहले तोता को भोजन पानी देता, फिर पशुओं की साफ सफाई करने के बाद, वो 2 पालतू कुत्ते को खाना देता है। उसके बाद वह मवेशियों को लेकर गांव के पास जंगल चारा खिलाने ले जाता है। कीर्तन रोज की तरह किरवा जंगल मवेशियों को लेकर गया हुआ था। उसके साथ दो कुत्ते भी थे जिनका नाम छोटकू और डोकरी है। कीर्तन मवेशी चलाते समय एक पेड़ के नीचे महुआ बिनने लगा। इस दौरान उसका सामना एक भालू से हो गया। भालू ने कीर्तन पर हमला कर दिया। अब ऐसे में कीर्तन की जान आखिर कौन बचाता।

कीर्तन की जान बचाने उसके दो कुत्ते छोटू और डोकरी ने भालू पर भोंकते हुए हमला करना शुरू कर दिया। दोनों कुत्ते तब तक भोंकते रहे जब तक भालू भाग न गया। तब जाकर कीर्तन की जान बच पाई। लेकिन तब तक कीर्तन गंभीर रूप से घायल हो चुका था। जैसे तैसे वह घर पहुंचा और उसे परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां उसका उपचार अब भी जारी है।

इंसानों से ज्यादा कुत्तों पर भरोसा

आज के इस दौर में समय पड़ने पर इंसान दूसरे की जान बचाने अपनी जान का भी आफत में नहीं डालना चाहता है। कुत्ते की वफादारी की मिसाल आपने इससे पहले देखी और सुनी भी होगी। कीर्तन राम के साथ घटित घटना में उसके 2 पालतू कुत्ते छोटकू और डोकरी ने फिर एक बार मिसाल पेश की है। उससे वह बेहद खुश है और वह इंसानों से ज्यादा पशु पक्षी और पालतू जानवरों पर भरोसा करने लगा है।