Feb 23, 2019
सुरेन्द रामटेके- रोजमर्रा के जीवन में प्रत्येक नागरिक को किसी न किसी बात के लिए तहसील जाना ही पड़ता है। लेकिन यदि बार बार जाने पर भी काम न हो तो बहुत हताशा होती है। ऐसा ही एक नजारा देखने में आया है। बालोद जिले के डोंडी तहसील के अंतर्गत 58 ग्राम पंचायत, एक नगर पालिका और दो नगर पंचायत है। साथ ही लौह अयस्क के दो बड़े माइन्स दल्लीराजहरा माइंस और महामाया माइन्स स्थित है। जिसके चलते रोजाना तहसील संबंधी कई कार्यों की आम लोगों को जरूरत पड़ती रहती है। इससे विगत एक वर्ष से खाता विभाजन, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, सीमांकन, जैसे छोटे छोटे कार्य आज तक लंबित है। लोगों को रोजाना दल्लीराजहरा तहसील कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं।
शिकायत करने पर कार्य लंबित करने का सिलसिला जारी
वहीं बाबू द्वारा अभद्रता पूर्ण व्यवहार भी किया जाता है। आम नागरिकों की कोई बात नहीं सुनी जाती, और ना ही कुछ पूछने पर सही जानकारी उपलब्ध कराते हैं। आम नागरिक अपनी परेशानी किसे बताए। यदि किसी से शिकायत की जाती है, तो अधिकारी द्वारा लंबित आवेदन पर काम टालने के लिए दस्तावेजों में कमी ठहराते हुए फिर तारीख दे दिया जाता। इस तरह शिकायतों और लंबित करने का सिलसिला चलता ही रहता है, मगर लोगों की परेशानी कम नहीं होती। इस प्रकार ग्रामीणजनों की परेशानी जस की तस बनी हुई है। अनुविभागीय दंडाधिकारी जी एल यादव से पूछे जाने पर उन्होंने बताया डोंडी तहसीलदार प्रतिमा ठाकरे को दो तहसील व तीन उप तहसील डोंडी और डोंडी लोहारा तथा देवरीबंगला का भार दिया गया, जिसके कारण ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए तहसीलदार की उपस्थिति की कार्यालयों में तिथि निर्धारित करने से आमजनों को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।