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धान संग्रहण केंद्र में हजारों क्विंटल धान खराब, धान के बोरों से निकल रहे पौधे...

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Sep 15, 2019

सुशील सलाम : किसान दिन रात एक कर पसीना बहा कर अपने खेतों को सींचता है, जिससे पैदा होने वाली धान की एक एक बलियों को बेचकर अपना व अपने परिवार का पेट पालता है। किसान की मेहनत का सरकारी इंतजामात कैसे सहेज कर रखते हैं इसका जीता जाता नमूना करप धान संग्रहण केंद्र में दिखाई पड़ रहा है। लापरवाही के चलते हजारों क्विंटल धान बारिश में भीग कर बर्बाद हो गए हैं। 

धान संग्रहण केंद्र में खराब हुई धान 
आलम यह है कि धान के बोरों से पौधे निकल आये है और धान सड़ गई है जो कि धान संग्रहण केंद्र में बरती गई अव्यवस्था का सबूत दे रहे है। बोरे बारिश से भीग कर इस कदर गल चुके है कि उन्हें छूते ही फट रहे और धान नीचे गिर रहा है। केंद्र में पानी से कई ट्रक भी दलदल में फंस गए हैं। 230 स्टोक क्षमता वाले धान संग्रहण केंद्र में इस बार मई तक उठाव नहीं हो पाया था। 

हजारों बोरा धान भींग कर खराब
बताया जा रहा है कि जुलाई के बाद इस केंद्र से उठाव शुरू हुआ। यहां बोरे जाम हो गए और बारिश शुरू हो गई। स्टोक को ढंकने के लिए तो कैंप लगाए गए थे उनमें पहले ही कुछ जगहों पर सुराग थे जिसे उचित तरीके से ढका नहीं गया था। इस बीच बारिश शुरू हो गई। जिसमें हजारों बोरा धान भीग कर खराब हो गया। वहीं बारिश में धान इतना भींग चुका है कि काला पड़ गया है। बोरे भी गल गए है जो कि छूते ही फट रहे है। विभाग के अधिकारी कुछ भी कहने से मना कर रहे है।