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गुड़ सप्लाई में अनियमितता पर सदन गर्माया, खाद्य मंत्री के बयान से विपक्ष ने किया सदन से वॉकआउट

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Nov 27, 2019

आशीष तिवारी : बस्तर में गुड़ सप्लाई के टेंडर में अनियमितता का मामला सदन में गूंजा। ध्यानाकर्षण के जरिये डॉक्टर रमन सिंह, धरमलाल कौशिक और अजय चन्द्राकर ने मामले को उठाया। वहीं इस मामले में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के बयान से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया। इस मामले को उठाते हुए डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि अभी टेंडर की प्रक्रिया चल रही है लेकिन मुख्यमंत्री और खाद्य मंत्री की तस्वीरे लगे बैग छपवा दिए गए।

नेफेड ने एनओसी जारी की..
पूरा छत्तीसगढ़ जानता है कि आटोमोबाइल का काम करने वाले व्यक्ति को यह काम दिया जा रहा है। क्या वह गुड़ में डीजल डालकर बेचेगा। नागरिक आपूर्ति निगम को सीधे ठेकेदार का नाम दिया गया है। क्या इस ठेके को रद्द करेंगे, जिसमें पहले ही दिन से सवाल खड़े हो रहे हैं? नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा- 4 अक्टूबर को नेफेड ने एनओसी जारी की। छत्तीसगढ़ नागरिक आपूर्ति निगम के जरिये सप्लाई की जाएगी। नेफेड के माध्यम से 106 करोड़ का नुकसान राज्य सरकार को होगा। किन ठेकेदारों से गुड़ की खरीदी की जानी है इसकी जानकारी भी अधिकारियों को भेज दी गई है। गन्ना का रकबा पांच हजार हेक्टेयर हो गया है। प्रदेश के बाहर से गुड़ आने से राज्य के उत्पादकों को नुकसान होगा।

छत्तीसगढ़ के उत्पादकों से ही गुड़ की खरीदी
जिस पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि, नेफेड के माध्यम से गुड़ की खरीदी हो रही है। 14 अक्टूबर 2019 को खरीदी की अनुमति दी गई है। 5 नवम्बर को नेफेड ने खरीदी के लिए अनुबंध निर्धारित की है। ये अनिवार्य शर्त रखी गई है कि छत्तीसगढ़ के उत्पादकों से ही गुड़ की खरीदी की जाएगी। 23 नवम्बर 2019 को नागरिक आपूर्ति निगम ने नेफेड को प्रतिस्पर्द्धी दर पर खरीदी करने के लिए कहा गया है। नेफेड को गुड़ खरीदी की निविदा प्रक्रिया के लिए कोई राशि का भुगतान नहीं किया गया है।

नेफेड के जरिये खरीदी का निर्णय
मंत्री ने अपने जवाब में कहा है कि हमने नेफेड के जरिये ही खरीदी का निर्णय लिया है। आपने भी अपने कार्यकाल के दौरान नेफेड के जरिय चना खरीदी का निर्णय लिया था। नेफेड के जरिये हमने गुड़ खरीदी करना इसलिए तय किया क्योंकि नेफेड एसएफआई की गुणवत्ता के अनुरूप खरीदी करता है। टेंडर किसी को भी मिले लेकिन गुड़ की खरीदी राज्य के उत्पादकों से ही की जाएगी। इसे मैं आश्वस्त करता हूँ। कई कंपनियों ने इस टेंडर प्रक्रिया में भाग लिया है। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि इस टेंडर को हम निरस्त नहीं कर सकते। केंद्र की एजेंसी से हम खरीदी कर रहे हैं। पहले भी ऐसा होता रहा है।