Aug 2, 2019
रोहित कश्यप : छत्तीसगढ़ी परंपरा को बढ़ावा देने व छत्तीसगढ़ की संस्कृति को संरक्षित करने के लिए सीएम भूपेश बघेल न सिर्फ छत्तीसगढ़ी में भाषण देते है,संबोधित करते हैं बल्कि कई अवसरों पर उनके छत्तीसगढ़िया अंदाज लोगों को खूब भाता है। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों पर भी अब मुख्यमंत्री के देसी अंदाज का प्रभाव दिखने लगा है। यही वजह है कि मुंगेली कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने हरेली तिहार कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी में भाषण देकर खूब वाहवाही लूटी।
सीएम भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ी भाषा में करते हैं लोगों से संवाद
दरअसल सीएम भूपेश बघेल भी चाहते हैं कि प्रशासनिक अधिकारी आम जनता से छत्तीसगढ़ी में अधिक से अधिक संवाद करने की कोशिश करें ताकि आम जनता की बातों एवं उनकी समस्याओं को आसानी से समझा जा सकें। बता दें कि पूरे छत्तीसगढ़ में पहली बार आमजन से लेकर प्रशासन ने भी इस बार हरेली त्यौहार को धूमधाम से मनाया। खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गेड़ी एवं बैलगाड़ी पर सवार होकर ठेठ देसी अंदाज में आज हरेली त्यौहार का आनंद लिया। वहीं पंचायत से लेकर जिला स्तर पर यह त्यौहार धूमधाम से मनाया गया।
कबड्डी एवं गेड़ी प्रतियोगिता का आयोजन
इसी कड़ी में मुंगेली के स्थानीय कृषि उपज मंडी परिसर में मुंगेली जिला प्रशासन की ओर से आयोजित हरेली तिहार कार्यक्रम में जिला स्तरीय कबड्डी एवं गेड़ी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान उस वक्त दिलचस्प नजारा IAS अफसर मुंगेली कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे का देखने को मिला, जब वे छत्तीसगढ़िया अंदाज में आम जनों को मंच से छत्तीसगढ़ी में ही संबोधित कर भाषण देने लगे।
कलेक्टर ने छतीसगढ़ी भाषा में किसानों से किया संवाद
दौरान कलेक्टर ने टूटी फूटी छतीसगढ़ी भाषा से शुरुआत करते हुए छत्तीसगढ़ी में किसानों से संवाद करने की कोशिश की। हालांकि कलेक्टर ने टूटी फूटी छत्तीसगढ़ी में काफी देर तक भाषण दिया। जिसके बाद केलक्टर अधिकारियों के साथ गेड़ी चढ़ने की काफी देर तक कोशिश भी करते नजर आए। इस दौरान कलेक्टर के देसी अंदाज को देखकर वहां मौजूद जनप्रतिनिधि एवं आम लोग भी काफी प्रभावित हुए और इस पूरे कार्यक्रम के दौरान इसी बात की चर्चा हो रही थी कि मुख्यमंत्री के देसीपन का असर अब अधिकारियों में भी दिखाई देने लगे है।