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कांकेर में सैकड़ों अवैध पैथोलॉजी सेंटर धड़ल्ले से संचालित...

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Aug 4, 2019

सुशील सलाम : जिले में नियमों को ताक पर रखकर सैकड़ों पैथोलॉजी सेंटर चल रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी से सूचना के अधिकार में मांगी गई जानकारी के अनुसार कांकेर जिले में एक भी पैथोलॉजी लैब पंजीकृत नहीं हैं। जबकि जिले भर में सैकड़ों पैथोलॉजी सेंटर धड़ल्ले से संचालित हैं। इस बात को जानने के बाद हमारी टीम ने एक स्वस्थ व्यक्ति दो अलग अलग लैबो में ब्लड जांच कराया जिसकी रिपोर्ट जानकर आप भी चौंक जाएंगे।

अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान
बता दें कि कांकेर के सबसे बडे पैथोलॉजी लैब माने जाने वाले सोनी पैथोलॉजी और राजा पैथोलॉजी लैब दोनों की रिपोर्ट पूरी तरह से विपरीत मिली है। सोनी पैथोलॉजी लैब में उसी व्यक्ति का हिमोग्लोबिन 13.4 gms और मलेरिया टायफाइड नहीं होना बताया जबकि पास के ही राजा पैथोलॉजी लैब मे वही रिपोर्ट अलग रहा। यहां पर हिमोग्लोबिन को 12 gms और साथ में मलेरिया होना भी बताया। जिससे पता चलता है कि किस तरह से अदिवासी क्षेत्र के लोगों को जांच के नाम पर ठगा जा रहा है, इसके बाद भी कार्रवाई नही होना स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान खड़ी करता है। 

पैथोलॉजी लैब के विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई नहीं
इसे लेकर जिले का स्वास्थ महकमा और ना ही जिला प्रशासन गंभीर है। क्योंकि पिछले कई वर्षों से अवैध रूप से संचालित ऐसे पैथोलॉजी लैब के विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है और ना ही यहां की जांच की गई है। अवैध रूप से संचालित पैथोलॉजी लैबों का निलंबन तो दूर बिना चिकित्सक व बिना प्रशिक्षित टेक्नीशियन के ही चलाए जा रहें हैं। ऐसे में यहां के जांच रिपोर्ट के बारे में अंदाजा लगाया जा सकता है। उससे भी बड़ी बात उसी जांच रिपोर्ट पर ही चिकित्सकों द्वारा दवा दी जाती है। इस तरह खुले तौर पर मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।