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महासमुंद में दंतैल हाथियों का कहर, 2 ग्रामीण युवकों को उतारा मौत के घाट

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Nov 26, 2019

रेखराज : महासमुंद जिले के सिरपुर क्षेत्र में एक बार फिर बीती रात दंतैल हाथियों का कहर देखने को मिला है। हाथियों ने बांसकुड़ा के पट्टी नंबर एक में 2 ग्रामीण युवकों को मौत के घाट उतार दिया है। मृतकों में एक नाम बिसाहु ध्रुव और दूसरे का नाम गोविंद पटेल बताया जा रहा है। दोनों युवक गांव के अंतिम छोर पर स्थित पंचायत भवन के पास खेत के ब्यार में धान की रखवाली करने गये थे। जहां सोये रहने के दौरान हाथियों ने उन पर हमला कर दिया है। 

जंगलों में 23 हाथियों के दल होने की सूचना
अनुमान लगाया जा रहा है कि घटना के दौरान मौके पर दो दंतैल हाथी मौजूद रहे होंगे। तुमगांव थाना क्षेत्र का यह पूरा मामला है। बता दें कि बांसकुड़ा सिरपुर परिक्षेत्र में शामिल है। जहां गांव के आस पास अभी भी जंगलों में 23 हाथियों के दल की होने की सूचना है। सोमवार को भी दल से अलग होकर 3 दंतैल हाथी बांसकुड़ा और गुड़रूडीह के आस-पास खेतों और रोड पर भटक रहे थे जिसे देखकर गजराज वाहन और हाथी मित्र दलों ने गांव में मुनादी भी कराया था। 

दोनों युवकों ने किया शराब का सेवन 
वन विभाग ये भी अंदाजा लगा रहा है कि दोनों युवकों ने शराब का सेवन किया और वहीं धान के ब्यार में ही रात में सो गये औऱ जब हाथी धान की खुशबु से वहां पहुंचे तो उनको ब्यार में पाया और हमला कर दिया। हमले के दौरान युवक वहां से भाग नहीं पाये और हाथियों ने मौके पर ही दोनों की जान ले ली। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम और तुमगांव पुलिस मौके पर पहुंची और देर रात ही दोनों के शव को पीएम के लिए तुमगांव अस्पताल लाया गया। विभाग ने मृतक परिवार को प्राथमिक मुआवजा राशि 25 हजार देने के बाद प्रकरण तैयार कर शेष राशि देने की बात कर रही है।

हाथियों ने डेरा डाला
गौरतलब है कि कुछ माह से बारनयापारा अभ्यराण के तरफ गये हाथी एक बार फिर सिरपुर क्षेत्र में लौट आये है और कुकराडीह, लहंगर खड़सा में अपना डेरा डाल दिये है। जहां रोजाना ये हाथी किसानों के फसलों को नुकसान पहुंचा रहे है तो कभी लोगों से सामना होने पर उसे मौत के घाट उतार रहे है।शासकीय आंकड़ों पर गौर करें तो महासमुंद जिले में बीते 5 सालों में हाथियों ने अब तक 18 लोगों को मौत के घाट उतार है और 12 लोगों को घायल किया है। 52 गांव के 7964 किसानों के सैकड़ों हेक्टयेर की फसल को बर्बाद किया है तो वहीं हाथियों ने 94 ग्रामीणों के मकान को भी क्षति पहुंचाया है। जिसमें वन विभाग करोड़ों रूपये का मुआवजा बांट चूकी है। बावजूद इसके विभाग हाथियों के सामने फेल नजर आ रही है।