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पुलिस कस्टडी में दलित युवक की मौत के मामले में भाजपा विधायक दल के सदस्य पहुंचे तफ्तीश करने

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Jun 30, 2019

दिलशाद अहमद : सूरजपुर जिले के चंदौरा थाना मैं पुलिस कस्टडी में दलित युवक की मौत के मामले को लेकर भाजपा विधायक दल के दो सदस्य तफ्तीश करने पहुंचे। वहीं विधायकों ने पीड़ित पक्ष से मुलाकात की और थाना पहुंच कर पुलिस से मामले की विस्तार से जानकारी ली। जिसके बाद भाजपा विधायकों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए और स्पष्ट शब्दों में कहा है कि आगामी विधानसभा सत्र में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएंगे और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएंगे।

लाॅकअप में दलित युवक की मौत
गौरतलब है कि बीते 25-26 जून को चंदौरा पुलिस थाना के लाॅकअप में दलित युवक कृष्णा सारथी की फांसी पर झूलती लाश पाई गई थी। मामले में पुलिस ने किसी के विरुद्ध कोई कार्यवाही तो नहीं की लेकिन इस घटना की जिम्मेदारी पुलिस स्टाफ पर डालते हुए तात्कालिक थाना प्रभारी समेत 10 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। मामले की जांच के लिए गठित दो विधायकों के दल में मस्तूरी विधायक कृष्णमूर्ति बांधी और अकलतरा विधायक सौरभ सिंह शामिल हैं जो आज रविवार को चंदौरा में थाना पहुंचे यहां उन्होंने वस्तुस्थिति का जायजा लिया। 

बगैर एफआईआर युवक को बंदी गृह में डाला
पुलिस स्टाफ से पूछताछ कर दस्तावेज की जांच की। वहीं पीड़ित परिवार,स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों से अलग-अलग मुलाकात की।जिसके बाद पत्रकारों को बताया की बगैर एफआईआर युवक को बंदी गृह में क्यों डाला गया। बंदी गृह में डालने से पूर्व युवक की बर्बरता पूर्वक पिटाई पुलिस थाना और पब्लिक प्लेस पर क्यों की गई। मृतक कृष्णा सारथी के साथ थाना तक पहुंचे उसके दोस्त अजय लकडा का बयान अभी तक दर्ज क्यों नहीं किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी पेश नहीं की गई है, मृतक की पत्नी, मृतक के ससुर, मृतक के परिवारजनों के अलावा स्थानीय ग्रामीणों के बयानों में और पुलिस के बयान में बहुत ही अंतर है, जो कई प्रकार के संदेहों को जन्म देता है।

प्रशासन के लोगों ने परिवार को नहीं दी राहत
घटना के बाद न तो इस क्षेत्र के विधायक व मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह समेत कोई अन्य जिम्मेदार कांग्रेस नेता पीड़ित पक्ष से मिलने पहुंचे और न हीं उस परिवार के प्रति किसी ने संवेदना व्यक्त की। इतना ही नहीं पुलिस और जिला प्रशासन के लोगों ने तो उस परिवार को न तो कोई राहत दी और न ही आर्थिक सहायता प्रधान की है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए भाजपा ने विधायक दल को जांच के लिए भेजा है। भाजपा विधायक दल के द्वारा जांच रिपोर्ट अपने नेता प्रतिपक्ष और संसदीय दल को सौंपा जाएगा। जांच में जो विषय आए हैं, और जहां सरकार व पुलिस की चूक हुई है उन्हें विधानसभा में रखकर पूरी ताकत के साथ घेरने का प्रयास करेगी। 

पीड़ित परिवार को राहत दिलाएगी बीजेपी
पुलिस कस्टडी में मौत होने पर पीड़ित परिवार को हर तरह से राहत देने का कार्य सरकार को करना होगा। पीड़ित परिवार में पत्नी, माता-पिता और 4 बच्चे हैं, उनके भरण-पोषण, मुआवजा, आश्रित सदस्यों को नौकरी और परिवार को न्याय दिलाने का काम विपक्ष में होने के नाते बीजेपी करेगी।