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महासमुंद जिले के दिव्यांग छात्र ने यूरोप में वर्ल्ड योग फेस्टीवल में जीते तीन पदक

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Jul 11, 2019

रेखराज साहू : महासमुंद जिले के एक दिव्यांग छात्र ने यूरोप में आयोजित चौथी वर्ल्ड योग फेस्टेवल एण्ड चैंपियनशिप 2019 प्रतियोगिता में भारत के लिए तीन पदक लाकर देश का नाम रोशन किया है। दिव्यांग छात्र तोरण जहां इसका श्रेय अपने मां-बाप और गुरूजनों को देते हुए योग में ही अपना भविष्य बनाना चाहते है। वहीं तोरण के गुरूजन अपने शिष्य के कामयाबी पर गर्व महसूस कर रहे हैं।

तोरण की मेहनत रंग लाई
महासमुंद जिले के ग्राम खट्टी का रहने वाला तोरण यादव बचपन से ही दिव्यांग हैं पर तोरण ने अपने आप को कभी भी दिव्यांग नहीं समझा। तोरण के मन में शुरू से ही कुछ करने की इच्छा थी। तोरण 9 साल की उम्र से ही योग करना शुरू किया। तोरण की यह मेहनत रंग लाई और तोरण का चयन चौथी वर्ल्ड योग फेस्टेवल एण्ड चैंपियनशिप 2019 में इंडिया टीम के लिए हुआ। तोरण बुलगेरिया यूरोप में 28 से 30 जून तक होने वाले चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए। रिदमिक पेयर व आर्टिस्टिक पेयर में दो रजत पदक एवं एथलेटिक योगा में ब्रांज मैडल हासिल कर महासमुंद छत्तीसगढ़ के साथ-साथ भारत का नाम रोशन किया है। 

योग में बनाएंगे भविष्य
तोरण शासकीय वल्लभाचार्य कालेज महासमुंद के बीए प्रथम वर्ष के छात्र है। तोरण जीत का श्रेय अपने मां-बाप एवं गुरूजन को देते हुए योग में ही अपना भविष्य बनाने की इच्छा जाहिर कर रहे है। अपने शिष्य के इस कामयाबी पर तोरण के गुरू भी गौरवान्ति महशूस कर रहे है और सरकार से मांग करते हुए कहते है कि सारे शिक्षा और खेल को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाये ताकि छोटे-छोटे गांव की प्रतिभा निकलकर सामने आ सके।

राज्य स्तरीय योग खेलों में कर चुके हैं प्रदर्शन
गौरतलब है कि कभी हार न मानने वाला तोरण, इसके पहले भी चार राष्ट्रीय व 17 राज्य स्तरीय योग खेलों में अपना प्रदर्शन कर चुके है। जिसमें अपना लोहा मनवाते हुए जिले के साथ-साथ राज्य और देश का नाम रोशन कर चुका है। बहरहाल देखना यह है कि तोरण की इस कामयाबी के बाद सरकार इस ओर कौन का कदम उठाती है।